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सांसद ने आमरण अनशन तोड़ा, लेकिन विपक्ष को नई मजबूती के साथ सरकार पर हमला करने का मौका मिला

 पाटन विधानसभा क्षेत्र प्रदेश की राजनीति में नया इतिहास लिख रहा है ।शराब दुकान बंद कराने के प्रदर्शन के मामले में गिरफ्तार कार्यकर्ताओ की नि...

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 पाटन विधानसभा क्षेत्र प्रदेश की राजनीति में नया इतिहास लिख रहा है ।शराब दुकान बंद कराने के प्रदर्शन के मामले में गिरफ्तार कार्यकर्ताओ की नि शर्त रिहाई के साथ अन्य मुद्दों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे सांसद विजय बघेल तथा उनके कार्यकर्ताओं, साथियों का आमरण अनशन, धरना आज भले ही खत्म हो गया है लेकिन इस आंदोलन से प्रदेश की राजनीति   में नया वातावरण तैयार होता दिख रहा है, नए समीकरण बनते दिख रहे है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता। प्रदेश में राजनीति की नई दिशा तैयार होती दिख रही है।  पूर्ण शराबबंदी की मांग फिर से तेज हो रही है। वहीं प्रदेश सरकार के खिलाफ पाटन विधानसभा क्षेत्र से जो बिगुल फूंक उठा है इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि उसकी लपट आगे चलकर पूरे प्रदेश में फैलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह तथा उनके साथ पूर्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रेम प्रकाश पांडेय, रामविचार नेताम इत्यादि नेताओं ने यहां धरने में शामिल होकर जे शंखनाद किया है प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है, उस हुंकार ने कार्यकर्ताओं में नई जान फूंक दी है। यह आह्वान कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने वाला है कि उन्हें डरने की कहीं जरूरत नहीं है। सरकार के अत्याचार, अन्याय खिलाफ प्रत्येक लड़ाई में हर जगह पार्टी उनके साथ खड़ी है। ऐसे  में निश्चित रूप से भाजपाई खेमें में कार्यकर्ताओं में नया उत्साह जगेगा।

पाटन, रायपुर, दुर्ग। असल बात न्यूज़।

प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के मामले में सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है। शराबबंदी की मांग, दारू दुकान के हालात, तथा अवैध दारू की बिक्री के मामले में राज्य में क्या स्थिति है यह करीब-करीब सब की जानकारी में है और इसे बार-बार दोहराने की जरूरत नहीं महसूस होती। पाटन में आमरण अनशन और धरना भी करीब-करीब शराबबंदी की मांग पर केंद्रित होता नजर आया है। इसकी शुरुआत भी शराब बिक्री के खिलाफ प्रदर्शन से ही हुई। ऐसे में जब मौका मिला जो विपक्ष के नेताओ ने अपने उद्बोधन में इस मामले में सरकार की जमकर बखिया उधेड़ी। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय, रामविचार नेताम, बृजमहन अग्रवाल जैसे कद्दावर नेताओं के साथ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शराबबंदी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को जमकर कटघरे में खड़ा किया। अभी विभिन्न इलाकों में लॉकडाउन था। तब सारी दुकानें बंद रखी गई थी। शराब दुकान खुली हुई थी ऐसे में वक्ताओं को जनता का विश्वास जीतने और सरकार को कोसने का और मौका मिल गया। ऐसे में सरकार पर तीखे हमले करने में कोई पीछे नहीं रहा।


कार्यकर्ताओं के हित के लिए, कार्यकर्ताओं का साथ देने के लिए सांसद विजय बघेल ने अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना जिस तरह से दृढ़  संकल्प लेकर आमरण अनशन शुरू किया, उसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने उन्हें सेल्यूट किया है। उन्होंने कहा कि मैं विजय बघेल को सेल्यूट करता हूं। अपने कार्यकर्ताओं के लिए उन्होंने अपने जान की बाजी लगा दी।