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स्वसहायता समूहों के यूनिक प्रोडक्ट को जिला प्रशासन अब डिजिटल मार्केट के माध्यम से देश विदेश तक पहुंचाने पर देगा जोर , कलेक्टर ने दिए निर्देश

  दुर्ग जिले के कलेक्टर ने अधिकारियों को  स्वसहायता समूहों के यूनिक प्रोडक्ट को अमेजन, फ्लिपकार्ट के माध्यम से भी बाजार में पहुंचाने पर दिया...

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 दुर्ग जिले के कलेक्टर ने अधिकारियों को  स्वसहायता समूहों के यूनिक प्रोडक्ट को अमेजन, फ्लिपकार्ट के माध्यम से भी बाजार में पहुंचाने पर दिया है जोर, स्वसहायता समूहों के उत्पादों पर दीवाली में  स्वसहायता समूहों के उत्पादों की बकरी को बढ़ावा देने पर  फोकस  करनेे कोन कहां

- जिला पंचायत अधिकारियों की अहम बैठक ली कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने - कहा कि रोजगार मूलक गतिविधियों को दें जबर्दस्त इजाफा


दुर्ग । असल बात न्यूज़।

 कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज जिला पंचायत अधिकारियों की अहम बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बीते दिनों उन्होंने स्वसहायता समूहों के उत्पाद देखें हैं। यह उत्पाद काफी आकर्षक हैं और इस नाते कुछ समूहों ने विदेशों में भी उत्पाद भेजे हैं। यह बहुत अच्छा संदेश है इसे आगे ले जाना चाहिए। लोग कहीं भी हों, उन्हें  हमारे डिजाइनर उत्पाद मिल पाएं, इस लिए कार्य करें। इसके लिए अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-मार्केट पर भी फोकस करें ताकि बहुत बड़ा डिजिटल मार्केट भी ये कैप्चर कर पाएं। 



कलेक्टर ने कहा कि इनकी डिजाइनिंग बहुत अच्छी है इसमें विशेषज्ञों की मदद से और भी निखार लाएं। गुणवत्ता और बेहतर करने की कोशिश हो, उत्पादों की रेंज बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि दीपावली को लेकर विशेष तौर पर फोकस करें। स्थानीय उत्पादों के प्रमोशन के लिए यह शानदार मौका है। इस समय डिमांड काफी होगी, अभी से इसके लिए कार्य करें। किसी भी तरह की मदद की जरूरत है तो उन्हें उपलब्ध कराएं। जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि इसके लिए बाजार से एनआरएलएम की टीम जुड़ी हुई है। जहां जहां से मांग सृजित हो सकती है वहां संपर्क किया गया है और इसे समूहों के माध्यम से सप्लाई किया जाएगा। समूहों के पास काफी काम आ रहा है। उन्होंने बताया कि समूहों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए विशेष पहल की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि एनआरएलएम योजना का दायरा काफी विस्तृत होता है। इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हो सकता है और नवाचार को बढ़ावा दिया जा सकता है। कलेक्टर ने बैठक में मनरेगा की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जून तक के काम चिन्हांकित कर रख लें। अधिकाधिक लोग 100 दिन का लक्ष्य प्राप्त करें, यह कोशिश हो। कार्य काफी गुणवत्तापूर्वक हों, यह भी देख लें। उन्होंने कहा कि नरवा योजनाओं के माध्यम से भूमिगत जल का स्तर काफी बढ़ेगा। यह काफी अहम प्रोजेक्ट्स हैं और इस दिशा में विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि नरवा के लिए चिन्हांकित स्थलों में विशेषज्ञों के निर्देश के अनुरूप निर्माण हो, यह सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने पंद्रहवें वित्त की राशि से हो रहे कार्यों की जानकारी भी ली। जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि इस राशि के माध्यम से पेयजल एवं बुनियादी संरचना आदि के कार्य कराए जा रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देना सबसे अहम है। इस दृष्टि से विशेष काम होना चाहिए।