छत्तीसगढ़ की महिला शक्ति, हमेशा ऊर्जावान, आत्मविश्वास से भरपूर, संघर्षशील तथा कठिन समय में भी धैर्य के साथ कड़ी मेहनत करती नजर आई हैं। ऐसी...
छत्तीसगढ़ की महिला शक्ति, हमेशा ऊर्जावान, आत्मविश्वास से भरपूर, संघर्षशील तथा कठिन समय में भी धैर्य के साथ कड़ी मेहनत करती नजर आई हैं। ऐसी प्रतिभाशाली महिलाओं ने समाज को हमेशा नई दिशा देने का काम किया है तथा वे परिवार, समाज को कठिनाइयों से उबारने की परीक्षा की घड़ी में हमेशा संकटमोचन साबित हुई है। राजनांदगांव की ऐसी ही महिला फूलबासन बाई, जो कि पहले बकरी चराती थी फिर अपने लगन और मेहनत से महिला स्व सहायता समूह का गठन कर लाखों महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए काम किया को अब अमिताभ बच्चन के साथ केबीसी में काम करने का मौका मिला है। यह उपलब्धि निश्चित रूप से पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।
विशेष रिपोर्ट o,
राजनांदगांव। असल बात न्यूज़।
कौन बनेगा करोड़पति के स्पेशल एपिसोड में राजनांदगांव जिले की पद्मश्री फूलबासन बाई बिग बी अमिताभ बच्चन के साथ नजर आएंगी। जानकारी के अनुसार इस स्पेशल एपिसोड में अमिताभ बच्चन, फूलबासन बाई की गरीबी के संघर्ष से लेकर पद्मश्री तक के सफर को बताएंगे।फूलबासन की जिंदगी से जुड़े कुछ खास पहलुओं को कैमरे में कैद करने मुंबई से केबीसी की टीम उनके गांव शुकुल दैहन आने वाली है।फूलबासन बाई ने गांव की महिला से लेकर पद्मश्री हासिल करने तक का सफर हासिल कर एक मिसाल पेश की है। वह मां बमलेश्वरी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष हैं।उनके इस महिला समूह में 2 लाख से अधिक महिलाओं का समूह काम कर रहा है जो अपने आप में एक मिसाल है। फूलबासन बाई नारी सशक्तिकरण का एक अच्छा उदाहरण पेश कर रही हैं।
अब वह अवसर आ रहा है जब, बचपन में अक्सर भूखे पेट सोकर पहले गरीबी और फिर समाज से लड़कर लाखों महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने वाली पद्मश्री फूलबासन बाई के जज्बे को देश विदेश के लोग केबीसी के माध्यम से देख सकेंगे । जानकारी के अनुसार फूलबासन बाई यादव, अगले सप्ताह से शुरू होने जा रहे कौन बनेगा करोड़पति के मंच पर नजर आएंगी। उनका चयन, इसके स्पेशल एपिसोड के लिए किया गया है। उन्होंने कहा है कि केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचकर वे जो भी रकम जीतेगी उसे वह अपने उस सपने को पूरा करने के लिए लगाएगी जिसके लिए वह खुद बचपन में तरसी।यानी वह ऐसे बच्चों को पढ़ाने मैं सहयोग करेंगी जिनके माता-पिता शिक्षा देने में सक्षम नहीं है। वे समाज के कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं जो कि आगे बढ़कर अपने बलबूते समाज में कुछ कर दिखाना चाहती हैं।


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