धान की जगह सूरजमुखी की खेती कर किसान श्री तेजराम ले रहे लाभ
रायपुर, कुछ समय पहले तक छत्तीसगढ़ के किसान धान की फसल के अलावा दूसरी फसलों के
बारे में सोचते भी नहीं थे। लेकिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा
किसानों के लिए शुरू की गई राजीव गांधी किसान न्याय योजना के चलते किसान अब
धान के बदले दूसरी फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित हो रहे है। क्योंकि
धान के अलावा अन्य फसलों को उगाने के लिए शासन छत्तीसगढ़ के किसानों को 9 से
10 हजार प्रति एकड़ सब्सिडी दे रही है।
छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी उपज की सही कीमत दिलाने के लिए राजीव गांधी
किसान न्याय योजना संचालित है। प्रदेश में किसानों को पिछले चार वर्षाें
में 18,208 करोड़ रूपए की इनपुट सब्सिडी दी जा चुकी है। राज्य के अन्नदाताओं
की बेहतरी और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने राज्य सरकार ने किसानों से
प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी करने का निर्णय लिया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सूरजमुखी की खेती लाभदायक होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी है। सूरजमुखी के 100 ग्राम बीज में 21 ग्राम प्रोटीन, 51 ग्राम वसा के साथ विटामिन ई, विटामिन सी, मिनरल और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। इसके बीजों में कोलेस्ट्राल नहीं पाया जाता है, इसलिये ये स्वास्थ्य के लिये उत्तम है। महिलाओं और बच्चों में कुपोषण, खून की कमी को दूर करने में सूरजमुखी बहुत लाभदायक है। सूरजमुखी की खेती खरीफ और ग्रीष्म दोनों सीजन में की जा सकती है। हल्की भूमि में सूरजमुखी की अंतरवर्तीय फसल लगाकर कम क्षेत्र में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसके बीजों में 40 से 50 फीसदी तेल पाया जाता है, जिसमें मौजूद लिनोलिइक अम्ल शरीर में फैट को बढ़ने से रोकता है।