खराब कोयले से भरी गाड़ी में से थोड़े अच्छे कोयले की sampling कराकर कंपनी को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, खराब कोयले से कंपनी में बार-बार हो रहा था शट डाउन

 

*कम्पनी में लाखों रूपये की ठगी करने वाले 04 आरोपी कर्मचारी गिरफ्तार

रायपुर ।

असल बात न्यूज़।।  

एक तरफ बेरोजगारी की समस्या गहराती जा रही है तो दूसरी तरफ निजी उद्योगों से भी शिक्षित बेरोजगारों को अधिक से अधिक रोजगार देने की उम्मीद की जा रही है ऐसे में जब कंपनी में कार्यरत, कंपनी के वेतन से ही अपना पेट भरने वाले कर्मचारियों के द्वारा कंपनी के साथ गद्दारी शुरू कर दी जाती है जिसके चलते कंपनी में बार-बार शट डाउन होने लगता है तो कई सवाल खड़े होने लगते हैं। सिलतरा रायपुर में स्थित शारदा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड में कंपनी के केमिस्ट के द्वारा ही कंपनी के साथ घात करने का मामला सामने आया है। यहां कर्मचारी वहां काम करने वाले अन्य ठेका श्रमिकों के साथ मिलकर ऐसे आपराधिक वारदात को अंजाम देता था। शिकायत है कि सैंपलर के पद पर कार्य करने वाला उक्त कर्मी, खराब कोयले से भरी गाड़ी में से अच्छी क्वालिटी का कोयला निकालकर सैंपल के लिए भेजता था और खराब कोहली के बारे में जानकारी नहीं देता था। इस तरह से खराब कोयले से भरी पूरी गाड़ी पास हो जाती थी। कंपनी को इससे भारी नुकसान हो रहा था। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है। मामले में 4 आरोपियों की शामिल होने की जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार आरोपी का चित्र ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर के साथ में लेकर इस गड़बड़ी को अंजाम दे रहे थे।

बताया जा रहा है कि कंपनी को अज्ञात फोन नंबर से ऐसे प्रकरण के बारे में जानकारी मिली जिसके बाद इसका खुलासा हो सका। शिकायत मिलने के बाद कंपनी के द्वारा सेंपलिंग करने के काम से जुड़े लोगों पर नजर रखना शुरू किया गया। 

सारडा एनर्जी एण्ड मिनरल्स लिमिटेड में कोयले की सप्लाई विगत कई वर्षाे से ट्रांसपोर्टरो के माध्यम से ट्रक, हाईवा, ट्रेलर से की जाती है। उक्त वाहनो में भरे कोयले का सेंपल लेकर व पीसकर केमिस्ट के पास जांच हेतु सेंपलर व्दारा भेजा जाता था। इस कार्य में सेंपलर लीलाधर साहू एवं उसके 03 अन्य सहायक जो ठेका श्रमिक के रूप मे पिछले 05-06 वर्षाे से कंपनी में नियुक्त है तथा कार्यरत् है। बताया जा रहा है कि उक्त कर्मचारियों द्वारा खराब कोयले से भरी वाहनो में से अच्छा कोयला को निकालकर सेंपल बनाकर केमिस्ट के पास भेजकर कंपनी के साथ विश्वासघात  कर रहे थे। अज्ञात फोन कॉल के माध्यम से प्रार्थी को जानकारी मिलने पर कंपनी के व्दारा लीलाधर साहू पर निगाह रखी जा रही थी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी विवेक चौधरी ने थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह सारडा एनर्जी एण्ड मिनरल्स लिमिटेड सिलतरा कंपनी मे उप महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत है। प्रार्थी ने पुलिस में शिकायत की है कि कंपनी लीलाधर साहू एवं उनके साथियो के व्दारा जानबूझ कर वाहनो में भरे घटिया क्वालिटी के कोयला को देखकर परीक्षण नही कराया जाता था, बल्कि उसके स्थान पर कुछ मात्रा में सही क्वालिटी का कोयले का सेंपल बनाकर केमिस्ट के पास भेजकर पास कराया जाता था। जिससे प्रार्थी की कंपनी को बार-बार शटडाउन का सामना करना पड़ रहा था। इससे कंपनी में बार-बार उत्पादन ठप हो जाता था, जिससे मशीन के बंद होने से प्रार्थी के कंपनी को आर्थिक क्षति पहुची । 

बताया जा रहा है कि लगातार मिल रही शिकायत को लेकर  लीलाधर साहू को बुलाकर पूछताछ की गई तो  उसके व्दारा अपने गलती को स्वीकार करते हुये बताया गया कि करीब 05-06 वर्षाे से कुछ ट्रांसपोर्टर एवं ड्रायवरो के साथ मिलकर अवैध रूप से घटिया क्वालिटी के मिक्स किये हुए कोयला मे से अच्छे कोयले का सेंपल बनाकर केमिस्ट के पास भेजकर ट्रक को कंपनी के अंदर भेजकर कोयला डंप कराने का कार्य वह अपने सहयोगी रविन्द्र वर्मा, पारस राम निषाद एवं मेघनाथ निषाद के साथ कर रहा था तथा कम्पनी को धोखाधड़ी कर ठगी की रकम से आरोपियों द्वारा जमीन, दोपहिया वाहन तथा चारपहिया वाहन क्रय करने के साथ-साथ अन्य शेष रकम को खर्च कर देना बताया गया। इस प्रकार लीलाधर साहू द्वारा अपने पद का फायदा उठाते हुए अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर घटिया कोयले का सही सेंपल बना कर कंपनी के साथ धोखाधडी कर कम्पनी को लाखों रूपये की ठगी करते हुए आर्थिक क्षती पहुंचाई गई है। जिस पर आरोपी लीलाधर साहू, रविन्द्र वर्मा, पारस राम निषाद एवं मेघनाथ निषाद के विरूद्ध थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 194/2023 धारा 420, 120बी भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया हैै।


वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन तथा थाना प्रभारी धरसींवा के नेतृत्व में थाना धरसींवा पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना में संलिप्त आरोपी लीलाधर साहू, रविन्द्र वर्मा, पारस राम निषाद एवं मेघनाथ निषाद की पतासाजी करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके *कब्जे से ठगी की रकम से क्रय किये गये दोपहिया वाहन, चारपहिया वाहन एवं जमीन के कागजात जप्त* किया जाकर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है।