भिलाई ।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में एलुमनाई इंटरेक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें बीकॉम के एलुयमनाई श्री मयंक अग्रवाल तथा बीसीए की एलुमनाई सुश्री रिचा पटेल उपस्थित हुए। श्री मयंक अग्रवाल अनएकैडमी एजुकेटर के रूप में 4 वर्षों से कार्यरत हैं तथा सुश्री रिचा पटेल विप्रो कंपनी में जावा डेवलपर के रूप में कार्यरत है। इन्होंने विद्यार्थियों को महाविद्यालय से लेकर वर्तमान कार्य क्षेत्र के अनुभवों को साझा किया।
एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर रसायन शास्त्र की छात्रा नीलम चंद्रवंशी ने प्लांट सेंपलिंग द्वारा महाविद्यालय के एलुमनाई श्री मयंक अग्रवाल तथा सुश्री रिचा पटेल का स्वागत किया। कार्यक्रम की आयोजक विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र डॉ रजनी मुदलियार ने महाविद्यालय में आए एलुमनाई का स्वागत तथा अभिनंदन किया , विद्यार्थियों से उनका परिचय कराया तथा कहा कि एलुमनाई महाविद्यालय की एक मजबूत कड़ी है जो महाविद्यालय को समय-समय पर सहयोग प्रदान करते हैं । महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉक्टर दीपक शर्मा तथा नर्सिंग महाविद्यालय की मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ मोनीषा शर्मा ने कैरियर में सफल हुए एलुमनाई को वर्तमान विद्यार्थियों से इंटरेक्शन करने हेतु बधाई दी तथा कहा कि सफल एलुमनाई महाविद्यालय का गौरव है तथा इनकी सफलता महाविद्यालय की सफलता है। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ हंसा शुक्ला ने महाविद्यालय के एलुमनाई श्री मयंक अग्रवाल व सुश्री रिचा पटेल का अभिनंदन किया तथा सफल कैरियर बनाने हेतु उन्हें बधाई दी।।
महाविद्यालय की उप प्राचार्य डॉ अजरा हुसैन ने कार्यक्रम की सराहना की तथा महाविद्यालय के विद्यार्थियों को एलुमनाई द्वारा दिए गए मार्गदर्शन पर अमल करने तथा अपना करियर बनाने की सलाह दी। महाविद्यालय के एलुमनाई श्री मयंक अग्रवाल ने कैरियर संबंधित मार्गदर्शन देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को कैरियर का चुनाव अपनी रुचि तथा योग्यता के अनुसार करना चाहिए। मेहनत लगन तथा आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। सुश्री रिचा पटेल ने अपने कैरियर से संबंधित अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा किया तथा प्लेसमेंट कैंप में साक्षात्कार किस प्रकार दिया जाए कि उनका चुनाव हो सके इस पर विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
महाविद्यालय की एमएससी रसायन शास्त्र चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी रूपेश कुमार साहू ने मयंक अग्रवाल से प्रश्न किया कि किस प्रकार वह अनएकैडमी एजुकेटर बन सकते हैं इस पर मयंक अग्रवाल ने बताया , अनएकैडमी एजुकेटर बनने के लिए एक लंबी चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है तथा यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है चयन होने के पश्चात अनएकैडमी कंपनी द्वारा आपसे संपर्क किया जाता है। धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र श्रीमती मोनिका मेश्राम द्वारा दिया गया महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों तथा छात्र छात्राओं ने एलुमनाई इंटरेक्शन प्रोग्राम में अपनी उपस्थिति दर्ज की।