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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के विस्तार से जिले के वनांचल क्षेत्रों के पारे, टोले और बसाहटों में हितग्राहियों को मिलने लगा गरम भोजन

  पोषण से आ रही मुस्कान कवर्धा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कबीरधाम जिले में 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पोषण आह...

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पोषण से आ रही मुस्कान

कवर्धा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कबीरधाम जिले में 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार दिया जा रहा है। जिसमें जिले के विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति बाहुल परियोजनाओं को शामिल गया है। इसके अलावा सुपोषण अभियान के तहत 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार, रेडी-टू-ईट और समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जा रही है। इसके बावजूद भी जिले के वनांचल क्षेत्रों में कई ऐसे पारे टोले बसाहटें है, जिसमें आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी खोले जाने के लिए आवश्यक जनसंख्या मापदण्ड पूरा नहीं करने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र खोला नहीं जा सकता है, लेकिन ऐसे पारे टोलों में भी आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राही  0 से 6 वर्ष के बच्चे, गर्भवती माताएं, शिशुवती माताएं होती है, जो कि आईसीडीएस की सेंवाओ से वंचित है, ऐसे बसाहटों को भी पोषाहार सेवा का लाभ दिए जाने कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का विस्तार किया गया है।

कुकदुर परियोजना अधिकारी ने बताया कि एकीकृत बाल विकास परियोजना कुकदुर अंतर्गत कुल 185 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, जिसमें 03 से 06 वर्ष के बच्चों को प्रतिदिन गर्म भोजन से लाभान्वित किया जा रहा हैं। सुदुर वनांचल क्षेत्र में कुछ पारे, टोले ऐसे है, जिनकी मुख्य बसाहट से दूरी 2 से लेकर 6 किलोमीटर तक हैं, ऐसे क्षेत्रों में बच्चे दैनिक गर्म भोजन से वंचित हो रहे थे। उन्होने बताया कि कलेक्टर के निर्देशन में ऐसे सभी बसाहटों का हितग्राहीवार सर्वे किया गया और इन बच्चों को मुख्यमंत्री सुपोषण योजना अंतर्गत गर्म भोजन योजना से जोड़ने की शुरूवात 11 अप्रैल 2023 से हुई हैं। कुकदुर परियोजना अंतर्गत ऐसे 36 पारे, टोले हैं जहां 03 से 06 वर्ष के बच्चों, गर्भवती माताओं एवं सीवियर एनीमिक महिलाओं को तथा 01 से 03 वर्ष के कुपोषित गर्म भोजन दिया जाएगा। इससे दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में कुपोषण को दूर कर सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकेगी। सभी जगह जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बडे़ ही उत्साह के साथ योजना का शुभारंभ किया गया। ग्रामीणों में योजना के प्रति उत्साह देखा गया।