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नागपुर में पहली बार लगेगा Bowling Camp, राजस्थान रॉयल्स के पूर्व तेज गेंदबाज खिलाड़ियों को सिखाएंगे गुर …

  स्पोर्ट्स डेस्क. मुजूमदार क्रिकेट एकेडमी और राजस्थान रॉयल्स हाई परफॉर्मेंस सेंटर, तलेगांव (नागपुर) के संयुक्त प्रयास से नागपुर में पहली ...

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स्पोर्ट्स डेस्क. मुजूमदार क्रिकेट एकेडमी और राजस्थान रॉयल्स हाई परफॉर्मेंस सेंटर, तलेगांव (नागपुर) के संयुक्त प्रयास से नागपुर में पहली बार Bowling Camp का आयोजन किया जा रहा है. वसंतनगर स्थित एकेडमी मैदान पर तीन दिवसीय बॉलिंग कैंप की शुरुआत 27 मार्च से किया जा रहा है. आईपीएल फेम तेज गेंदबाज सिद्धार्थ त्रिवेदी के मार्गदर्शन में लड़के और लड़कियों को गेंदबाजी के गुर सिखाए जाएंगे. इसकी जानकारी गुरुवार को ‘ओ’ लेवल कोच डॉ. निलेश बोडने ने प्रेस कांफ्रेंस में दी. इस मौके पर ऋगवेद मुजूमदार आदि मौजूद थे.

बडोने ने कहा कि Bowling Camp के बाद तलेगांव स्थित राजस्थान रॉयल्स हाई परफॉर्मेंस सेंट में 14 वर्ष से ऊपर के लड़के और लड़कियों के लिए 15 दिनों का आवसीय कैंप लगाया जाएगा, जिसकी शुरुआत एक अप्रैल से होगा. इसमें प्रतिभागियों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग, वीडियो एनालिसिस, ओपन नेट प्रैक्टिस, जिम, स्विमिंग सहित 40 पिचों पर अभ्यास करने का मौका मिलेगा. इस दौरान उन्हें भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप खेल चुके त्रिवेदी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा.

इसके अलावा 10 अप्रैल से 30 जून तक मुजूमदार क्रिकेट एकेडमी मैदान पर समर कैंप का आयोजन किया जाएगा. इससे बिगनर्स और युवा क्रिकेटरों को अपनी स्कील को विकसित करने में मदद मिलेगी. समर कैंप के दौरान त्रिवेदी सहित हर्षद उडार (फील्डिंग कोच), प्रशांत पाठक (तेज गेंदबाजी कोच), अनूप शुक्ला (स्पिन गेंदबाजी कोच), बाला चौहान (बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कोच), नरेंद्र महाजन (सहायक कोच), डॉ. बडोने (बल्लेबाजी और गेंदबाजी कोच), रवि सदघारे (बल्लेबाजी कोच), रणजी खिलाड़ी विवास शेष, मनो-चिकित्सक डॉ. नीता अडाव और सोनाली बोडने (गर्ल्स फिटनेस के लिए) प्रतिभागियों को क्रिकेट और शारीरिक फिटनेस से संबंधित जरूरी जानकारी साझा करेंगे.

2008 में आईपीएल चैंपियन रही राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा रहे तेज गेंदबाज त्रिवेदी ने कहा कि गेंदबाजी मेरी विशेषता है. मेरी कोशिश युवा खिलाड़ियों में बॉलिंग को लेकर जागरूकता फैलाने की है. मैंने एकेडमी से कैंप के दौरान सफेद गेंद की क्रिकेट पर भी ध्यान देने की बात की है. सप्ताह में दो दिन सफेद गेंद से प्रैक्टिस आयोजित की जाएगी. इससे युवाओं में लाल और सफेद गेंद की समझ बढ़ेगी. मेरा मानना है कि वनडे और टी20 क्रिकेट क्रिकेटरों को खेल को समझने में मदद करती है.

मुजूमदार क्रिकेट एकेडमी के संचालक सुनील मुजूमदार ने कहा कि मैं पिछले 40 वर्षों से कैंप का आयोजन कर रहा हूं. इस बार से मैं नई पीढ़ी में अनुशासन, फिटनेस और मदद भाव को विकसित करने की कोशिश करूंगा. इससे युवा खिलाड़ियों को अच्छा मनुष्य बनने में मदद मिलेगी.