भिलाई ।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय ,हुडको ,भिलाई में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा नारी शक्ति क्विज का आयोजन कला एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ सावित्री शर्मा, प्रोफेसर ,शिक्षा विभाग एवं डॉ सुनीता वर्मा, विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग ने बताया कि यह दिवस राष्ट्र की महिलाओं की उपलब्धियों को स्वीकार करने और महिला सशक्तिकरण हेतु मनाया जाता है । इस वर्ष की थीम लैंगिक समानता पर आधारित है। जिसका आशय एक स्थाई कल के लिए आज लैंगिक समानता को महत्व देना है ।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ सावित्री शर्मा, प्रोफेसर ,शिक्षा विभाग एवं डॉ सुनीता वर्मा, विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग ने बताया कि यह दिवस राष्ट्र की महिलाओं की उपलब्धियों को स्वीकार करने और महिला सशक्तिकरण हेतु मनाया जाता है । महाविद्यालय में
इस अवसर पर विशेष रुप से नारी शक्ति क्विज 2023 का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । सभी प्रतियोगियों के लिए 300 सेकंड की अवधि में उन्हें 20 बहुविकल्पी प्रश्न हल करने थे।
महाविद्यालय के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी ,डॉ दीपक शर्मा एवं डॉ मोनिशा शर्मा ने महिला दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि महिलाएं समाज का मजबूत स्तंभ है। वर्तमान समय में उनके उत्थान, बेहतरी और सम्मान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उनके द्वारा सामूहिक रूप से स्थापित किया गया यह दिवस लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों पर केंद्रित है । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का वैश्विक उत्सव इस बात का प्रतिबिंब है कि महिलाएं कितनी सशक्त है ।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि समाज में महिलाओं को बराबरी का दर्जा मिले एवं किसी भी क्षेत्र में होने वाले भेदभाव को रोकने हेतु यह दिवस अत्यंत महत्वपूर्ण है l सशक्त महिला ही सशक्त समाज का निर्माण करने में सक्षम है ।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस क्विज प्रतियोगिता में उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पल्लवी ठाकुर, ऋषि राजपूत, साक्षी , नेहा राय, सेजल चंद्राकर, शेफाली राजपूत ने ई- सर्टिफिकेट प्राप्त किएI कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रबंधन विभाग के सहायक प्राध्यापक दीपाली किंगरानी ने सहयोग प्रदान किया।