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टिकट कैंसिल करने पर पैसा नहीं मिला तो यात्री ने की रेल मंत्री से शिकायत, एसी कोच में साफ-सफाई नहीं होने, चादर कंबल गंदे होने की भी शिकायत

  भिलाई, दुर्ग। असल बात न्यूज़।।  एक ओर तो, सब तरफ ट्रेनें देर से चलने से यात्री परेशान हैं, तो दूसरी तरफ कई नियमों में परिवर्तन हो जाने से ...

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 भिलाई, दुर्ग।

असल बात न्यूज़।। 

एक ओर तो, सब तरफ ट्रेनें देर से चलने से यात्री परेशान हैं, तो दूसरी तरफ कई नियमों में परिवर्तन हो जाने से भी यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि ट्रेन की टिकट कैंसिल कराने के नियम में भी परिवर्तन कर दिया गया है और अब ट्रेन के आने के आधे घंटे पहले टिकट कैंसिल करने पर उसका पैसा रिटर्न नहीं दिया जा रहा है। यह नियम अभी सामान्य यात्रियों को मालूम नहीं है। इसी से पीड़ित, भिलाई के एक यात्री ने केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिखकर इस समस्या को दूर करने का आग्रह किया है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त यात्री ने तीन फरवरी को दुर्ग से अजमेर जाने की टिकट एक महीने पहले ली थी, जो कि कंफर्म नहीं हुई थी। पीड़ित सीनियर सिटीजन पुरुषोत्तम टावरी है। उन्होंने बताया कि वे जिस दिन यात्रा करने वाले थे उस दिन  ट्रेन लगभग डेढ़ घंटे लेट थी। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिखकर बताया है कि उन्होंने अभी तक ट्रेन छूटने के एक दिन बाद ही टिकट कैंसिल कर आई है। उस दिन ट्रेन डेढ़ घंटे लेट थी तो वे उसके आधे घंटे पहले स्टेशन पहुंच गए और टिकट कंफर्म नही होने की वजह से उसे कैंसिल करने को कहा। वहां टिकट काउंटर पर उन्हें बताया गया कि अब ट्रेन की टिकट उसके छूटने के आधे घंटे पहले ही कैंसिल करने पर पैसा रिटर्न किया जाता है। यह नियम उन्हें मालूम नहीं था और अभी हजारों यात्रियों को नहीं मालूम है तो ऐसे में इन यात्रियों को ट्रेन छुट्ने पर पैसा वापस नहीं मिल रहा है।

उन्होंने नियम बदलने से परेशान रेल यात्रियों को न्याय दिलाने का आग्रह किया है। श्री टावरी ने केंद्रीय रेल मंत्री को एक और पत्र लिखकर शिकायत की है कि उन्होंने परिवार सहित पिछले 7 फरवरी को अजमेर से दुर्ग पदयात्रा की है इस दौरान उनके कोच ए वन मैं साफ सफाई का पूरा अभाव था। अटेंडेंट से भी शिकायत करने पर कोई साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं की गई, जिसके चलते उस ट्रेन में अत्यंत गंदगी पूर्ण वातावरण में यात्रा करना अत्यंत कठिन हो गया था तथा संक्रामक बीमारियों के शिकार होने का आशंका भी बनी हुई थी। चद्दर कंबल गंदे थे, उनकी धुलाई नहीं हुई थी। एसी कोच में ऐसी गंदगी से रेलवे की छवि खराब हो रही है।