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लाखों के सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम की नकबजनी की हुई थी घटना,पदमनाभपुर क्षेत्र के सुने मकान में घटित नकबजनी के मामले का खुलासा, टोपी चश्मा के धंधे के नाम पर लिया था किराए का मकान

   तकरीबन 02 करोड रूपये से अधिक सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम की हुई थी चोरी  सीसीटीवी फूटेज एवं विषेष सूत्रों के माध्यम से आरोपी की...

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तकरीबन 02 करोड रूपये से अधिक सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम की हुई थी चोरी

सीसीटीवी फूटेज एवं विषेष सूत्रों के माध्यम से आरोपी की पहचान हुई सुनिष्चित

आरोपी टोपी चष्मा बेचने का व्यवसाय करने के बहाने लिया था दुर्ग में किराये का मकान।

घूमते हुये सुने मकान को देखकर देता था नकबजनी की घटना को अंजाम।

आरोपी के विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र में के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें है दर्ज

टीम को लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनांे में पूरा करने के बाद, आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की मषरूका बरामद करने में मिली सफलता


दुर्ग ।

असल बात न्यूज़।।  

आप किसी को जरूरतमंद समझकर किराए का मकान दे रहे हैं तो संभल जाइए। पद्मनाभपुर में जो करोड़ों रुपए की नकबजनी की घटना हुई थी उसमें जो आरोपी पकड़ा गया है उसने भी चश्मा टोपी के धंधे के नाम पर किराए का मकान ले रखा था। उसके विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें दर्ज है। पुलिस को पता चला है कि वह सबको टोपी चश्मा बेचने का धंधा करना बताता था लेकिन असल में वह दिन भर घूमता था और रात में चोरी की घटना को अंजाम देता था ।आरोपी इतना शातिर है कि उसने चोरी के समान सोने-चांदी के जेवरातों को जमीन में गाड़कर व नगदी रकम को  तकिया के अंदर छिपाकर रखा था।तकरीबन 2.25 करोड रूपये का सामान बरामद किया गया है।

 आदर्ष नगर दुर्ग निवासी पंकज राठी के घर मे 7 फरवरी को चोरी की घटना हुई थी। उनके परिवार के सदस्य 5 फरवरी को शाम को  लगभग  04 बजे  अपनी पत्नि, भाई, भाभी, मॉ-पिता जी एवं बच्चों के साथ अपने घर ताला बंद करके रिष्तेदार के घर विवाह समारोह में सम्मिलित होने हेतु रायपुर गया हुआ था। वह 6 फरवरी को  रात्रि 12 बजे घर वापस आकर आया। वहां उसे  मेन गेट के लोहे का दरवाजा खोलकर घर के गेट का ताला टूटा हुआ मिला और आलमारी का लॉक तोड़कर आलमारी मे रखे मॉ, भाभी एवं पत्नि के सोने के आभूषण करीब 200 तोला एवं चॉंदी का बर्तन एवं सिल्ली तकरीबन 15 किलोग्राम एवं नगदी रकम करीबन 10 लाख रूपये को चोरी हो गया था। उसने पूरे मामले की रिपोर्ट पद्मनाभपुर थाने में में दर्ज कराई।


पुलिस टीम ने इस गंभीर मामले की जांच शुरू की तो टीम द्वारा संदेहियों पर निगाह रखी जा रही थी, आदतन अपराधियों व जेल से रिहा हुये अपराधियों से पूछताछ कर पतासाजी के प्रयास किये जा रहे थे विषेष सूत्र भी लगाये गये थे एवं आसपास के मार्गो में लगे सीसीटीवी कैमरो का सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया, अवलोकन के दौरान एक संदेही का फूटेज घटना के अनुमानित समय पर प्राप्त हुआ था, प्राप्त फूटेज के आधार पर उस संदेही के घटना स्थल आवागमन के समय अनुसार लगातार मार्गो पर लगे सीसीटीवी के माध्यम से अवलोकन करते हुये पीछा किया गया जो कि ग्रीन चौक मोहन नगर दुर्ग तक निरतंर दिखाई देता रहा किंतु ग्रीन चौक रात्रि के समय भी काफी भीड़-भाड़ वाला स्थान होने से संदेही की पहचान करने में काफी असुविधा हो रही थी जिसके बावजूद भी टीम द्वारा आगे जाने के सभी मार्गाे में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया जिससे आरोपी का एक निष्चित निवास का दायरा तय किया जा सका एवं स्थानीय विषेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान अक्षय ईरानी हाल निवासी तितुरडीह के रूप में सुनिष्चित की जा सकी। पहचान सुनिष्चित होने के उपरांत विषेष सूत्रों के माध्यम से आरोपी के निवास, स्थानीय संबंध, दोस्तो एवं परिवार के व्यक्तियों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की गई जिससे पता चला कि आरोपी अक्षय भैसारे मूलतः मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का निवासी है जिसके विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें दर्ज है। आरोपी पूर्व में अपने पड़ोस मे ही रहने वाली किसी ईरानी युवती से प्रेम विवाह कर युवती के साथ छ.ग. आ गया था जो कि पिछले 01 साल से केलाबाड़ी, भाठापारा एवं तितुरडीह दुर्ग में अपनी पत्नि के साथ निवास कर रहा था। आस-पास के लोगो को टोपी चष्मा बेचने का व्यवसाय करने की बात बताता था जबकि वास्तविकता में वह दिनभर घूमते रहता व रात में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। आरोपी के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त होने के उपरांत तकनीकी आधार पर आरोपी की उपस्थिति पता करने पर मुंबई व गोवा में होना पता चला। 

आरोपी के संबंध में प्राप्त विस्तृत जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिनके निर्देषन एवं मार्गदर्षन में आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री वैभव बैंकर रमनलाल (भा.पु.से.) के नेतृत्व में 11 सदस्यीय 01 टीम गठित कर अधिग्रहित वाहनों में मुबंई एवं गोवा रवाना किया गया। टीम द्वारा लगातार आरोपी की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुये गोवा पहुंच कर गोवा के मापुसा क्षेत्र में पतासाजी किया जाता रहा, गोवा में अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजीत होकर टीम के सदस्य फोटो के आधार पर आरोपी की पतासाजी करते रहे इसी दौरान तकनीकी माध्यम से आरोपी की उपस्थिति एन्जुना बीच गोवा मे होना पता चलने पर बहुत ही कम समय में अलग-अलग क्षेत्रों में पतासाजी कर रही टीमें बेहतरीन आपसी समन्वय स्थापित कर यथासंभव स्थानीय साधनों के माध्यम तत्काल एन्जुना बीच पहुंच कर आरोपी की गतिविधियों का लगातार अवलोकन करते रहे बीच से बाहर निकलते ही उसे घेराबंदी कर पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई। टीम द्वारा घटना के बाद से लगातार आरोपी की पहचान सुनिष्चित करने एवं पतासाजी कर माल बरामदगी एवं गिरफ्तारी का प्रयास किया जाता रहा। टीम द्वारा लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनांे में पूरा करते हुये आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की मषरूका बरामद करने में सफल रहे। आरोपी से पूछताछ करने पर उक्त घटना के साथ ही विगत 01 वर्ष के दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया। विस्तृत पूछताछ करने पर आरोपी के द्वारा करीब 01 सप्ताह पूर्व आदर्ष नगर दुर्ग में अपनी मैस्ट्रो दुपहिया वाहन से रेकी करने के बाद एक सूने मकान के दरवाजे का ताला तोड़कर आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी करने के बाद सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को एक बैग में भरकर अपनी मैस्ट्रो वाहन में रखकर ले जाना, जिसमें से सोने-चांदी के जेवरात को अपने ससुराल भाठापारा के घर की बाड़ी में जमीन में गड्ढा खोदकर गड़ा कर छिपाना एवं नगदी रकम को तकिया के अंदर भरकर सिलाई करके रखना, कुछ नगदी रकम अपने साथ रखकर गोवा घूमने आना व खर्च करना बताया जिससे टीम द्वारा लगातार सफर करते हुये वापस आकर भाठापारा से चोरी गई सोने-चांदी की मषरूका व शेष नगदी रकम को बरामद कर जप्त किया गया। चोरी के अन्य मामलों में आरोपी के द्वारा घटित किया जाना बताने के संबंध में टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ कर तस्दीक कार्यवाही की जा रही है। 

जिले मेें लगातार घटित हो रही नकबजनी की घटनाओं को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुये श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग श्री डॉ.आनंद छाबड़ा (भा.पु.से.) एवं श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ.अभिषेक पल्लव (भा.पु.़से.) के द्वारा आरोपी की शीघ्र पतासाजी कर माल बरामदगी करने हेतु निर्देषित किया गया। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग श्री वैभव बैंकर रमनलाल (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व चौकी पदमनाभपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व मंे ए.सी.सी.यू, चौकी पदमनाभपुर एवं दुर्ग सिविल टीम की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।