रायपुर।
असल बात न्यूज़।।
नगर निगम चुनाव और नई कार्यकारिणी समिति के गठन के अब यहां एक साल पूरे होने जा रहे हैं तो भारतीय जनता पार्टी ने निगमों में नेता प्रतिपक्ष पार्षद दल का नेता चुनने की कयावद शुरू की है। अभी नगर निगम भिलाई, नगर निगम रिसाली, नगर निगम भिलाई चरोदा में कहीं भी नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया गया है। इन सभी स्थानों पर विपक्ष में भारतीय जनता पार्टी है। कहा जा रहा है कि पार्टी में जो आपसी गुटबाजी है, खींचातानी मची हुई है, उसके चलते नेता प्रतिपक्ष बनाने में देरी होती रही है। रायपुर जिले के नगर निगम बिरगांव में भी नेता प्रतिपक्ष नहीं है।फिलहाल लग रहा है कि अब उपयुक्त सभी निगमों को नेता प्रतिपक्ष मिल जाएगा।
प्रदेश में पिछले लगभग एक वर्ष से कई सारे निगम बिना नेता प्रतिपक्ष के चल रहे हैं। इन सभी स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में आ गई है और शायद पार्टी ने इन स्थानों पर नेता प्रतिपक्ष बनाने में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं ली है। ऐसे हालात में यहां सवाल उठता रहा है कि क्या ये निगम बिना नेता प्रतिपक्ष के चलते रहेंगे। लेकिन जो ताजा राजनीतिक गतिविधियां शुरू हुई है, उससे लग रहा है कि नगर निगम को शीघ्र नेता प्रतिपक्ष मिलने जा रहा है।उक्त सभी स्थानों के नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए पार्टी ने पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां कर दी है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने नगर पालिक निगम भिलाई चरौदा, भिलाई, रिसाली व बीरगांव में नेता प्रतिपक्ष (पार्षद दल नेता) के चयन हेतु पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।
प्रदेश महामंत्री मुख्यालय प्रभारी केदार कश्यप द्वारा जारी नियुक्ति पत्र के अनुसार वरिष्ठ नेता विधायक बृजमोहन अग्रवाल एवं शिवरतन शर्मा को भिलाई चरौदा, सांसद संतोष पांडेय व भूपेंद्र सवन्नी को भिलाई, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक व किरण देव को रिसाली तथा विधायक सौरभ सिंह को बीरगांव नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष चयन हेतु पर्यवेक्षक बनाया गया है।