मोरबी में तीनों सीट पर भाजपा आगे

 


गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बड़ी जीत की ओर है। गांधीनगर में भाजपा दफ्तर के बाहर जश्न का भी माहौल है। इस चुनाव में मोरबी जिले की भी काफी चर्चा हुई। चुनाव से कुछ वक्त पहले मोरबी में हुए ब्रिज हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के बाद ऐसा माना जा रहा था कि इस हादसे का असर गुजरात चुनाव में पड़ेगा। बीजेपी ने यहां से उस नेता को भी टिकट थमाया था जिन्होंने इस हादसे के बाद लोगों की जान बचाने के लिए मच्छू नदी में छलांग लगाने की हिम्मत दिखाई थी। कांतिलाल शिवलाल अमृतिया उस वक्त भी काफी सुर्खियों में थे और अभी भी उनकी काफी चर्चा है। दरअसल मोरबी विधानसभा सीट से वो फिलहाल आगे चल रहे हैं। कांग्रेस ने इस सीट से जयंतीलाल पटेल को उम्मीदवार बनाया है तो वही आम आदमी पार्टी ने पंकज रनसरिया को टिकट थमाया है। लेकिन अपने विरोधियों को पछाड़ते हुए कांतिलाल अमृतिया आगे हैं। 

इसके अलावा टंकारा सीट पर दुर्लभजीभाई हरखजीभाई देथरिया को बीजेपी ने टिकट थमाया है। वो भी अपने प्रतिदंद्धी कांग्रेस के ललित कगथरा से आगे चल रहे हैं। वांकानेर सीट से जितेंद्रभाई कांतिलाल सोमानी को कमल खिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दिलचस्प बात है कि वो भी अपनी सीट से आगे चल रहे हैं। इसका मतलब यह हुआ कि मोरबी की तीनों ही सीट पर भाजपा के उम्मीदवार अभी आगे चल रहे हैं।

2017 में हारे थे कांतिलाल
एक खास बात यह भी है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने कांतिलाल अमृतिया को ही अपना उम्मीदवार बनाया था। उस वक्त कांग्रेस से बृजेश मेरजा मैदान में थे। उस चुनाव में बृजेश मेरजा ने भाजपा उम्मीदवार को करीब 3 हजार वोटों से हराया था। बाद में बृजेश मेरजा ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को टक्कर दे रहे जयंतीलाल पटेल मोरबी जिले से कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।