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विद्वान वक्ताओं के लेक्चर्स से दुर्ग महाविद्यालय के छात्रों का हुआ ज्ञान वर्धन, अध्ययन भ्रमण के साथ हासिल हुई नई जानकारियां

  प्राणीषास्त्र विभाग के छात्रों का बहुविभागीय भागीदारी के साथ शैक्षणिक भ्रमण   दुर्ग, भिलाई। असल बात न्यूज़।।  शैक्षणिक भ्रमण पर बलौदा बाजा...

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 प्राणीषास्त्र विभाग के छात्रों का बहुविभागीय भागीदारी के साथ शैक्षणिक भ्रमण 

दुर्ग, भिलाई।

असल बात न्यूज़।। 

शैक्षणिक भ्रमण पर बलौदा बाजार क्षेत्र में पहुंचे शास.वि.या.ता. स्नातकोत्तर स्वषासी महाविद्यालय, दुर्ग के प्राणीषास्त्र विभाग के विद्यार्थियों को वहां ‘पर्यावरण संरक्षण एवं संर्वधन‘‘ और ‘पर्यावरण एवं वन्य जीवों के संरक्षण हेतु निर्मित विभिन्न कानूनों‘‘ की जानकारिया भी दी गई। बलौदा बाजार के अनुविभागीय अधिकारी और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने छात्रों को क्रमश उक्त  जानकारियां प्रदान की। इससे इस भ्रमण दल मैं शामिल छात्रों का यह भ्रमण कार्यक्रम यादगार बन गया।

 महाविद्यालय के छात्रों का यह  निर्धारित पाठ्यक्रम के अंतर्गत बार नवापारा वन्य जीव अभ्यारण्य का बहुविभागीय भागीदारी के साथ शैक्षणिक भ्रमण किया गया था।भ्रमण का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के अनुभवात्मक एवं प्रासंगिक शिक्षा को सृदृढ़ करने एवं कक्षा की चहार दीवारी से बाहर सीखने का अवसर उपलब्ध कराना था। और वहां जिस तरह से विद्वान वक्ताओं के लेक्चर्स आयोजित हुए तो छात्रों का वास्तव में नई जानकारी हासिल हुई हैं और उनका ज्ञानवर्धक हुआ है। 

भ्रमण कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित था। प्रथम सत्र में अनुविभागीय वन अधिकारी, बलौदाबाजार श्री आनंद कुदारिया ने ‘‘पर्यावरण संरक्षण एवं संर्वधन‘‘ पर महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ अपने विचार व्यक्त किये। इसके पष्चात मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बलौदाबाजार श्री अजय कुमार खाखा ने ‘‘पर्यावरण एवं वन्य जीवों के संरक्षाण हेतु निर्मित विभिन्न कानूनों‘‘ की जानकारी दी। इसी क्रम में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदा बाजार सुश्री मयूरा गुप्ता ने ‘‘वन एवं वन्य जीवों के प्रति नागरिकों के संवैधानिक कर्तव्य‘‘ पर प्रकाष डाला।

 इस अवसर पर उपस्थित जिला एवं सत्र न्यायाधीष बलौदाबाजार, श्री विजय एक्का द्वारा मानव वन्य जीवन संघर्ष को हल करने एवं सहअस्तित्व को बढ़ावा देने हेतु सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संदर्भो को ध्यान में रख्ते हुए सहयोगी प्रक्रियाओं की आवश्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होने युवाओं को संविधान प्रदत्त अधिकार एवं कर्तव्यों के पालन हेतु प्रेरित किया।, जिससे युवा वर्ग जाने-अनजाने अपराधिक गतिविधियों से बच सकें। 

उक्त सत्र के पष्चात विद्यार्थियों एवं षिक्षकों के द्वारा पर्यावरण एवं वन्य जीव संरक्षण के प्रति अपनी कटिबद्धता को दोहराने के लिए अभ्यारण्य परिसर में वृक्षारोपण किया गया। इसी क्रम में विद्यार्थियों द्वारा वन जैवविविधता, रहवास एवं व्यवहार के महत्व को दर्षाने हेतु निर्मित संग्राहलय का भी अवलोकन किया गया। 

दूसरे सत्र विद्यार्थियों ने लगभग 245 वर्ग कि.मी. में फैले वन्य जीव अभ्यारण्य का भ्रमण किया। इस दौरान दल में हिरण, सांभर, भालू, जंगली सुअर, नील गाय, इत्यादि वन्य पशु एवं पक्षियों में हूपस, मोर, आॅस्प्रे, ग्रेटर कोकल, ड्रोंगों, रूफस ट्रिपी, स्पोटेड डव, एषियन ग्रीन बी इटर इत्यादि को देखा। 

यह भ्रमण विद्यार्थियों को वन्य प्राणी एवं वन संपदा के संरक्षण तथा विकास के साथ इससे संबंधित षिक्षा एवं अनुसंधान कार्य में मद्दगार साबित होगा।

इस शैक्षणिक भ्रमण दल में 40 स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के साथ उनके मार्गदर्षन हेतु प्राणीषास्त्र विभाग के प्राध्यापक डाॅ. दिव्या मिंज, डाॅ. नीरू अग्रवाल, डाॅ. मौसमी डे, डाॅ. संजू सिन्हा एवं ज्योति देवांगन शामिल थे।