रायपुर ।
असल बात न्यूज़।।
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना” का राज्य में जगह-जगह बेटियों को फयदा मिलता दिख रहा है। अपने कठिन मेहनत से प्रथम प्रयास में ही नीट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर सुप्रिया निकुंज को इसी योजना से सहायता मिली तो उसकी अब मेडिकल कॉलेज में नियमित पढ़ाई चल रही है। उसे इस योजना से ₹20 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्राप्त हुई है।
सुप्रिया आर्थिक रूप से कमजोर हैं तथा उनकी माता मनरेगा के तहत् मजदूरी का कार्य करती हैं और श्रम विभाग में उनकी माता श्रीमती रेवती देवी का निर्माण श्रमिक के रूप में पंजीयन भी किया गया है। रेवती दो बहनों में सबसे बड़ी है। सुप्रिया की प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय से हुई है, और 12वीं की परीक्षा वर्ष 2020 मं पास होने के पश्चात् कठिन मेहनत और संषर्घ से मेडिकल की तैयारी की और प्रथम प्रयास से ही नीट की परीक्षा उतीर्ण करके मेडिकल में प्रवेश लिया। सुप्रिया वर्तमान में बिलासपुर सिम्स मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं और छात्रवृति का भी लाभ मिल रहा है, जिसके तहत् वे मेडिकल की पढ़ाई कर पा रही है। सुप्रिया ने कहा की हम बेटियों के लिए ऐसी योजना बनाने के लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देती हूँ, जिसके कारण आज मैं मेडिकल कॉलेज की पढाई कर पा रही हूँ.
जशपुर विकासखण्ड के लोदाम कोनबीरा की निवासी छात्रा कुमारी सुप्रिया निकुंज ने हमें बातचीत में बताया है कि मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना से उसे 20 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि मिली है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन की मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के तहत् प्रोत्साहन राशि के रूप में पंजीकृत निर्माण श्रमिक की दो अविवाहित पुत्रियों को सशक्त बनाने हेतु 20 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सुशील सन्नी अग्रवाल ने जानकारी दी की मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के तहत अभी पूरे प्रदेश के कुल 17776 निर्माण श्रमिकों के बेटियों के खाते में कुल राशि रूपये 35.55 करोड़ राशि सीधे श्रमिक के पुत्रियों के खाते में दिया गया है। श्री अग्रवाल ने माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी का आभार व्यक्त किया कि उनकी प्रेरणा से छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए ऐसी शसक्त योजना बनी है।