Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

स्वरूपानंद महाविद्यालय में एनएसएस, लायन्स क्लब भिलाई पिनाकल यूथ रेड क्रॉस के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण का आयोजन

  भिलाई। असल बात न्यूज़।। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में एनएसएस, लायन्स क्लब भिलाई यूथ रेड क्रॉस इकाई के संयुक्त तत्वाधान मे...

Also Read

 भिलाई।

असल बात न्यूज़।।

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में एनएसएस, लायन्स क्लब भिलाई यूथ रेड क्रॉस इकाई के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए विभागाध्यक्ष डॉ पूनम शुक्ला ने कहा वृक्ष हमारे सच्चे मित्र हैं जो हमें फल, फूल, छाया के साथ ही पर्यावरण की विषैली गैसों को ग्रहण कर हमें स्वच्छ वायु प्रदान करते हैं हम सभी को अपने जन्मदिन पर एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए।

कार्यक्रम में हुडको के वार्ड पार्षद सीजू एंथोनी ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में अपनी सहभागिता देते हुए कहा कि वृक्ष ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत है पर्यावरण को शुद्ध रखते है वह हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते है।

लायन्स क्लब भिलाई पिनाकल के अध्यक्ष श्रीमती मीना सिंह ने कहा वृक्ष हमारे मित्र हैं वृक्षारोपण करने के पश्चात हमारा दायित्व और बढ़ जाता है कि हमें समय-समय पर पानी देना व देखभाल की आवश्यकता पड़ती है। हमें वृक्ष की रक्षा करनी चाहिए। 

महाविद्यालय की मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने कहा वृक्षारोपण सभी को करना चाहिए जिससे पर्यावरण को समृद्ध किया जा सकता है।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने व मानव जीवन को सुखी समृद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना एक अलग महत्व है। मानव सभ्यता का उदय तथा आरंभिक आश्रय भी प्रकृति ही है।

महाविद्यालय की उपप्राचार्य डॉ अजरा हुसैन ने कहा वर्षा जल को रोकने और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने में मदद करता है जो स्वयं और समाज के लिए भी लाभदायक है। कार्यक्रम में लायन्स क्लब भिलाई पिनाकल श्रीमती के प्रिया रस्तोगी, श्रीमती शालिनी सोनी, शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ पूनम निकुंभ, सप्रा डॉ दुर्गावती मिश्रा, सप्रा डॉ पूनम शुक्ला एवं समस्त प्राध्यापक,राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक एवं रेड क्रॉस के छात्र उपस्थित थे।