उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान समेत पूरे देश में उबाल है. लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन पर उतारु हैं. वहीं, प...
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान समेत पूरे देश में उबाल है. लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन पर उतारु हैं. वहीं, प्रशासन ने ऐहतियातन पूरे प्रदेश में धारा 144 लगा दी है. साथ ही 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. बता दें कन्हैया लाल के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
एनआईए करेगी जांच
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की बेरहमी से हुई हत्या को लेकर गृह मंत्रालय सख्त हो गया है. गृह मंत्रालय ने मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दी है. गृह मंत्रालय हत्याकांड को आंतकी वारदात मानकर इसकी जांच करा रहा है. साथ ही एनआईए को यह पता लगाने को भी कहा जा रहा है कि कहीं हत्याकांड के पीछे किसी विदेशी संगठन का हाथ तो नहीं हैं.
सीएम गहलोत करेंगे अधिकारियों के साथ बैठक
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 28 जून को कन्हैया लाल की हत्या के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है. सीएम गलहोत कानून-व्यवस्था को लेकर अधिकारियों से चर्चा करेंगे.
पार्थिव शरीर लाया गया पैतृक स्थान
उदयपुर के मालदास गली इलाके में टेलर कन्हैया लाल का हत्या कर दी गई थी. आज उनका पार्थिव शरीर उदयपुर में अपने पैतृक स्थान लाया गया. इस दौरान सड़को पर भीड़ उमड़ पड़ी.
गुनाहगारों को मिले कड़ी से कड़ी सजा
कन्हैयालाल की हत्या की निंदा करते हुए उलेमाओं ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील की है. साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है. एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसा, काजी खालिद उस्मानी, जमात ए इस्लामी हिंद समेत कई और मुस्लिम नेताओं और धर्मगुरुओं ने लोगों से माहौल न बिगाड़ने की अपील की है. टेलर कन्हैया की गला काटकर हत्या की पूरे देश में निंदा हो रही है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी उदयपुर की हत्या की घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना इस्लाम और देश के कानून के खिलाफ है.
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद से ही पूरे इलाके में तनाव है. प्रशासन ने इलाके के साल थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है. पूरे राज्य में एक महीने के लिए धारा 144 लागू है. उदयपुर में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वहीं, बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हुए हैं. बता दें दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान संगठन है. केन्द्र पहले ही घटना को आतंकी हमला मानकर इसकी एनआईए जांच करा रही है.