जयपुर. नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता से दस घंटे से अधिक समय तक पू...
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जयपुर. नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन
प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता से दस घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
इसके बाद आज15 जून बुधवार को फिर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता
राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं,
राहुल गांधी की मां और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को 23 जून को प्रवर्तन
निदेशालय में शामिल होने के लिए कहा गया है, क्योंकि उन्हें कोविड -19
अनुबंधित होने के बाद जटिलता के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
फिलहाल वे दिल्ली में एक लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। बता दें, राहुल
गांधी से नेशनल हेराल्ड अखबार के अधिग्रहण और उससे जु़ड़े फ्रॉड के मामले
में ईडी द्वारा पूछताछ कर रही है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग और उसमें गांधी की
भूमिका के मामले की जांच कर रही है।
भारतीय
अर्थशास्त्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के बाद गांधी
परिवार के खिलाफ कार्रवाई ये कार्रवाई की गई है। मामले में हाईकोर्ट और
सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि इस मामले में जांच योग्य शिकायत है। बता
दें, राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ
मंगलवार 14 जून को मध्य दिल्ली के एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी के
दिल्ली परिसर में पहुंचे थे।
मंगलवार को ईडी की पूछताछ के दौरान करीब चार घंटे के सत्र के बाद गांधी
ने करीब साढ़े तीन बजे करीब एक घंटे का ब्रेक लिया और घर चले गए थे। वह शाम
करीब साढ़े चार बजे फिर से पूछताछ में शामिल हुए और रात साढ़े आठ बजे वह
प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में थे। इसके पहले राहुल गांधी सोमवार 14
जून को पूछताछ के लिए ईडी के सामने 11 बजे पेश हुए थे और रात के 10.30 बजे
के बाद ईडी कार्यालय से निकले थे।
ईडी द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं और
पार्टी सदस्यों की ओर से भारी विरोध किया जा रहा है और इन दो दिनों में कई
विरोध प्रदर्शन किए गए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस
पार्टी राहुल गांधी से पूछताछ के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेगी।
नेशनल हेराल्ड
अखबार की शुरुआत भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने नवंबर
1937 में की थी। समाचार पत्र सबसे पहले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल)
द्वारा प्रकाशित किया गया था।
एजेएल ने 2010 में किया था अधिगृहीत
बाद में जब एजेएल को 2010 में वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा
था, जब इसे नव-निर्मित कंपनी वाईआईएल (यंग इंडिय लिमिटेड) द्वारा अधिगृहीत
किया गया था। गांधी परिवार के सदस्य इस कंपनी में निदेशक हैं। मोती लाल
वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस की भी कंपनी में शेयर होल्डिंग थी।
कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के रूप में यह केस तब सामने आया जब भारतीय
जनता पार्टी के नेता और भारतीय अर्थशास्त्री सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया
गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और धन के समायोजन की साजिश
रचने की शिकायत अदालत में की थी। तब से, नेशनल हेराल्ड से जुड़े धन के
समायोजन या दुरुपयोग का यह मामला दिल्ली की एक अदालत में राजनेताओं सोनिया
गांधी और राहुल गांधी, उनकी कंपनियों और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ चल
रहा है।