पैगंबर के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। जहां कई इस्लामिक देश बयान पर नराजगी जता चुके हैं, वहीं केंद्र सरक...
पैगंबर के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। जहां कई इस्लामिक देश बयान पर नराजगी जता चुके हैं, वहीं केंद्र सरकार का साफ कहना है कि ये निजी विचार हैं और भारत में हर धर्म का सम्मान किया जाता है। वहीं कांग्रेस और उलेमा एक बात पर अड़े हैं कि Nupur Sharma को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। नूपुर शर्मा के खिलाफ मुंबई में केस दर्ज हो चुका है और मंगलवार को समन भी जारी कर दिया गया। नूपुर को 22 जून को बुलाया गया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा की सुरक्षा बढ़ा दी है।
आपत्तिजनक बयान वाला उनका वीडियो सामने आने के बाद नूपुर शर्मा ने कहा था कि उन्हें और उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं। वहीं भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के खिलाफ बरेलवी उलमा का रवैया तीखा है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद (आईएमसी) की सोमवार को हुई बैठक में फैसला लिया गया कि नूपुर की गिरफ्तारी तक धरना जारी रहेगा। उन्हें भाजपा से निलंबित करना अधूरी कार्रवाई है।
गिरफ्तारी नहीं हुई तो 10 जून को इस्लामिया कॉलेज मैदान में धरना दिया जाएगा। राहुल गांधी और पी. चिदंबरम समेत कांग्रेस के कई नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर खुलकर अपना गुस्सा निकाला है। वाम दलों का यह भी कहना है कि बीजेपी दूसरे देशों के दबाव में आई है और पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. कांग्रेस ने सोमवार को भाजपा पर तीखा हमला करते हुए पूछा कि वैश्विक आक्रोश के लिए जिम्मेदार पार्टी नेताओं को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। ऐसी बड़ी गलतियों के लिए देश से माफी मांगना अस्वीकार्य है।