दुर्ग। कालेज व छात्रावास में प्रवेश के लिए आवेदन लेकर 18 वर्षीय नेत्रहीन बालिका जनदर्शन में पहुंची। आवेदन को संज्ञान में लेते हुए कलेक्ट...
दुर्ग। कालेज व छात्रावास में प्रवेश के लिए आवेदन लेकर 18 वर्षीय नेत्रहीन बालिका जनदर्शन में पहुंची। आवेदन को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को निराकरण करने निर्देश दिए। जनदर्शन में इसके अलावा मांगों व शिकायतों से संबंधित और आवेदन मिले हैं।
18 वर्षीय सुरभि चंद्रवंशी प्रोफेसर बनने के सपने को लेकर जनदर्शन के दरवाजे पर पहुंची थी। उसने बताया कि वह नेत्रहीन है व सरस्वती नगर की निवासी है और उसने अपनी पहली से 12वीं तक की शिक्षा नेत्रहीनों के लिए बने विद्यालय और हास्टल में रहकर की है। उसने अपनी प्राथमिक शिक्षा नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड सेंटर रायपुर से और 12वीं तक की शिक्षा नयनदीप विद्या मंदिर सेक्टर-6 भिलाई से की है।
उसने बताया कि आर्ट्स सब्जेक्ट लेकर कालेज की पढ़ाई करना चाहती है परंतु उसके परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और परिवार में एक बहन व भाई भी हैं। इसके कारण उसकी उच्च शिक्षा प्राप्त करने की दिशा में अड़चन आ रही है। उसके पास चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया हुआ निश्शक्ता प्रमाण पत्र भी है। इसलिए वह कलेक्टर के पास कालेज व छात्रावास में प्रवेश के लिए सहयोग मांगने पहुंची थी ताकि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने सपनों को साकार कर सके और उज्जवल भविष्य बना सके।
कलेक्टर ने बालिका की वस्तुस्थिति संज्ञान लेते हुए तुरंत उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित अधिकारी को अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर बालिका की समस्या का निराकरण करने के लिए निर्देशित किया।
धमधा नाका से उरला जाने वाली रोड पर पुलिया के ऊपर सीमेंट्रीकृत ढक्कन लगाने को लेकर एक आवेदक ने अपना आवेदन कलेक्टर को दिया। आवेदक ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम के पास की पुलिया के ऊपर सीमेंट्रीकृत ढक्कन ना होने से आए दिन लोगों को परेशानी से गुजरना पड़ता है।