बिलासपुर। रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेन्टेनर के जोन की कार्यकारिणी की मीटिंग रखी गई। जिसमें संस्थापक सदस्य,राष्ट्रीय पदाधिकारी व जोनल पदाधिकारी की उपस्थिति रही, अनुसार महासचिव द्वारा मीटिंग का आयोजन व उनके द्वारा ही सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता में मीटिंग का संचालन किया गया
मीटिंग की शुरुआत अपना कार्य करते हुए शहीद हुए ट्रैक मेंटेनर साथियों के सम्मान में दो मिनट स्थल पर खड़े होकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । उसके पश्चात मीटिंग की शुरू हुई। संगठन को पूरे 17 जोन में कैसे मजबूत किया जाए, इसकी रूपरेखा विशेष तौर पर तैयार की गई, क्योंकि जब तक जोन मजबूत नहीं होंगे हमारी मांगों को मजबूती नहीं मिलने वाली। यह निर्णय लिया गया कि सभी जोन की कार्यकारिणी जहां पर नहीं है वहां कार्यकारिणी बनाने के लिए हर संभव मदद की जाएगी तथा जहां भी जोन कार्यकारिणी की जरूरत पड़ेगी सदैव उस मंडल व यूनिट में मदद के लिए तैयार रहेंगे।
भारत से हर जोन की कार्य करने की स्थिति व समीकरण अलग होने के कारण तीनो डिवीजन कार्यकारिणी को अपने-अपने डिवीजन में फैसले लेने के लिए स्वतंत्र किया गया, ताकि बिना जोन कार्यकारिणी में वह स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें। इस मौके पर राष्ट्रीय व जोनल कार्यकारिणी में सभी मुख्य पदों पर ट्रैकमेंटेनर की ही नियुक्ति/पद देने का प्रस्ताव भी पास किया गया। जोन अपना फैसला लेने के लिए अपने जोन में स्वतंत्र रहेंगे , मगर राष्ट्रीय स्तर की जो भी मांगें जैसे एलडीसीइ ओपन टू आल, बढ़ा हुआ रिस्क एलाउंस , गेटमैन की आठ घंटा ड्यूटी, रक्षक उपकरण, ट्रैकमेंट्रेनर के लिए पुरानी पेंशन स्कीम आदि मुख्य मांगो पर सभी एक साथ रहेंगे तथा अपने - अपने जोन में विभिन्न माध्यमों मांगों जीएम, क्षेत्रीय मंत्री/ सांसद, रेलवे बोर्ड, सीआरबी व रेलमंत्री तक पहुंचाने का कार्य करेंगे।
जिससे हमारी मांगो को मजबूती मिलेगी। एक मांग 10 व 40 फीसद इंटक कोटे के नियमो में परिवर्तन जैसे ग्रेड पे व 38 उम्र की बाध्यता को हटाने का प्रयास करेंगे। की मेन व मानसून पेट्रोलिंग की अधिकतम दूरी 12 किमी पहली प्राथमिकता रहेगी। इसे लेकर आवाज बुलंद की जाएगी। सीनियर ट्रैकमैन को ग्रेड पे 4200 का लाभ दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष जारी रखने और दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन करने पर भी सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताई। रेलवे कर्मचारी ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन के एक मीटिंग का भी आयोजन करवाने पर विचार किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य संगठन की मजबूती है व आरकेटीए की बाइलॉज में परिवर्तन करना मुख्य उद्देश्य होगा जो पूर्ण रूप से बाइलॉज को मजबूत किया जाएगा।
इसके बाद यह निर्णय भी लिया गया कि नव गठित पदाधिकारियों के अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति रेलवे कर्मचारी ट्रेक्मेन्टेनर एसोसिएशन के लेटर पैड/नाम का इस्तेमाल करने के लिए अधिकारी नहीं होगा तथा उस पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी क्योंकि इससे सभी ट्रैक मेंटेनर भ्रमित होते हैं संगठन कमजोर तथा अनुशासन टूटता है