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भारतीय खाद्य निगम दुर्ग डिपो ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद विजय बघेल ने कहा, निगम के कर्मियों ने कोरोना महामारी के अत्यंत कठिन समय में भी अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर निरंतर चावल आबंटित करने का सराहनीय काम किया है, महोत्सव में विभाग की उपलब्धियों की आम लोगों को जानकारियां दी गई

    खाद्य सुरक्षा तथा फोर्टीफाइड चावल की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी गई  दुर्ग स्टेशन मालगोदाम खुलने से प्रसन्न श्रमिकों की बड़ी संख्या म...

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 खाद्य सुरक्षा तथा फोर्टीफाइड चावल की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी गई 

दुर्ग स्टेशन मालगोदाम खुलने से प्रसन्न श्रमिकों की बड़ी संख्या में थी उपस्थिति



दुर्ग।

असल बात न्यूज़।।

भारतीय खाद्य निगम ने कोरोना संकट के समय में आम लोगों की मदद करनी बड़ा काम किया है। उस दौरान भारी दहशत के समय जब सारे कामकाज ठप्प थे, लोग घरों से निकल नहीं रहे थे, बाहर निकलने पर चारों तरफ महामारी से घिर जाने का खतरा था उस कठिन परिस्थितियों  में भारतीय खाद्य निगम ने राशन के चावल का निरंतर आवंटन जारी रखा।इस दौरान पिछले दिवाली से अब तक लगभग 600 लाख मेट्रिक टन चावल का आवंटन किया गया। इसमें दुर्ग जिले में जनवरी 2021 से अब तक लगभग 5 लाख मैट्रिक टन का आवंटन किया गया है।प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष और इसके गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के द्वारा दुर्ग में आयोजित 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' उत्सव मैं उक्त जानकारी दी गई। इस दौरान बताया गया कि बच्चों और महिलाओं को सुपोषित बनाने अब फोर्टीफाइड चावल भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में निगम के दुर्ग डिपो के द्वारा किसानों मजदूरों के कल्याण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई।

इस अवसर पर सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय खाद्य निगम के कामकाज का आम लोगों से सीधा जुड़ाव नहीं है लेकिन इस निगम ने ही सस्ते चावल की आपूर्ति निरंतर जारी रखी उसी के चलते सभी वर्ग के लोगों को राशन दुकानों से कोरोना संकट के समय में खाद्यान्न मिल सका। सस्ता चावल मिल सका। ऐसे कठिन संकट में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए, आपने जान को जोखिम में डालकर काम करने के लिए निगम के कर्मचारियों, श्रमिकों की जितनी भी तारीफ की जाए कम है।इन की मेहनत की वजह से ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का चावल हितग्राहियों को मिल सका। उन्होंने कहा कि दुर्ग में रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम शुरू हो जाने से स्थानीय ट्रांसपोर्टर को बड़ी संख्या में काम मिल रहा है। वहीं स्थानीय श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। माल गोदाम खुल जाने से सुखद शुरुआत हुई है।


आज़ादी के अमृत महोत्सव  सप्ताह के कार्यक्रम में भारतीय खाद्य निगम दुर्ग के मंडल प्रबंधक  बफपालवीर सिंह, सहायक महाप्रबंधक (गु.नि.)  सपन कुमार, एवम क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के सहायक महाप्रबंधक  गगन कुमार मिश्रा भी उपस्थित थे। जहाँ FCI की विभिन्न उपलब्धियों को विस्तार पूर्वक बताया गयाI

           मंडल प्रबंधक  श्री बफपालवीर सिंह ने डिजिटल इंडिया मुहिम के अंतर्गत स्थानीय डिपो में ऑनलाइन सिस्टम के क्रियान्वयन एवम  पारदर्शिता हेतु पब्लिक डोमेन में  सीसीटीवी का लाइव टेलीकास्ट किये जाने के बारे में जानकारी दीI उन्होंने बताया कि महिलाओं तथा बच्चों को अल्प पोषण एवम कुपोषण की समस्या से मुक्ति दिलाने उन्हें फोर्टिफाइड चावल व्हिच इज किया जा रहा है और एफसीआई, शासन के नियमानुसार इस चावल का  उपार्जन कर रहा है जिसके आबंटन में पूरे देश मे छत्तीसगढ़ का दूसरा स्थान रहा है।इस तरह से भारतीय खाद्य निगम देश की खाद्यान्न सुरक्षा को सुनिश्चित करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।

 कार्यक्रम में गगन कुमार मिश्रा, सहायक महाप्रबंधक, भारतीय खाद्य निगम, रायपुर,राधामोहन जांगिड़, प्रबंधक, भारतीय खाद्य निगम, दुर्ग,नितिन अग्रवाल, प्रबंधक, भारतीय खाद्य निगम, दुर्ग, , भारतीय खाद्य निगम, दुर्ग के प्रबंधक श्री आशुतोष सिंह,  धनञ्जय चटारे,श्रमिक प्रतिनिधि, चितरंजन सामल, दिनेश पवार, एवम ट्रक यूनियन प्रतिनिधि, माल धक्का दुर्ग श्रमिक प्रतिनिधि , किसान तथा आम लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि  'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम के तहत खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के द्वारा पूरे देश मे विभिन्न स्थानों पर कई गतिविधियां, सेमिनार, वेबिनार और अन्य कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। इस दौरान विभाग द्वारा फोर्टीफाइड चावल के प्रति संवेदनशील बनाने और जागरूकता फैलाने से संबंधित गतिविधियां चलाई गई। पीडीएस पर प्रौद्योगिकी के महत्व और प्रभाव और COVID-19 महामारी के दौरान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में देश के अनुभव पर प्रकाश डालते हुए 'खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पीडीएस सुधारों में भारत की यात्रा' पर प्रस्तुतियां दी गई।भंडारण और गोदाम  जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों पर चर्चा की गई और रिपोर्ट दी गई।  उपार्जन केंद्रों पर किसानों व हितग्राहियों से संवाद किया गया।

उल्लेखनीय है कि एफसीआई के दुर्ग डिपो के पास लगभग 70 हजार मैट्रिक टन खाद्यान्न के भंडारण के लिए स्वयं का गोदाम उपलब्ध है वही अभी एक लाख 21 हजार मेट्रिक टन खाद्यान्न का भंडारण किया गया है। दुर्ग डिपो से बिहार झारखंड तमिलनाडु केरल इत्यादि राज्यों को चावल की आपूर्ति की जा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अभी जो फोर्टीफाइड चावल उपलब्ध कराया जा रहा है उससे महिला और बच्चों को सुपोषित बनाने में काफी मदद मिली है।