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पत्रकार कॉलोनी गार्डन में "वृक्षारोपण" के लिए किए गए यह गड्ढे,, उस, पार्षद को हमेशा 'कोसते' रहेंगे जिसने,इस पुण्य कार्य को रुकवा दिया..कॉलोनीवासी, उस पार्षद को आगे कभी टिकट नहीं देने की मांग करेंगे...

  भिलाई   . असल बात news.  इतना तो तय है कि उस पार्षद का नगर निगम में काफी प्रभाव है और उसकी अच्छी खासी चलती है. देश में भारतीय जनता पार्टी ...

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 भिलाई   .

असल बात news. 

इतना तो तय है कि उस पार्षद का नगर निगम में काफी प्रभाव है और उसकी अच्छी खासी चलती है. देश में भारतीय जनता पार्टी एक पेड़ मां के नाम अभियान चला कर आम लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित कर रही है.देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के द्वारा लोगों को वृक्षारोपण करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है. चित्र में आप यह जो गड्ढे देख रहे हैं, नगर निगम भिलाई के द्वारा, यहां के पत्रकार कॉलोनी में वृक्षारोपण के लिए यह गड्ढा तैयार  किया गया था, लेकिन निगम के सूत्रों ने बताया है कि, एक पार्षद के कहने पर यह बड़ा अभियान रोक दिया गया.उस पार्षद का नाम तो स्पष्ट पता नहीं चल पाया है लेकिन अंदर की कहानी बताई जा रही है कि कतिपय प्रलोभन  के चलते यह वृक्षारोपण रुकवा दिया गया.'मासूम गड्ढे' वृक्षारोपण का इंतजार कर रहे हैं लेकिन लगता नहीं है कि उनका इंतजार कभी खत्म होने वाला है.ऐसी घटनाओं से एक बात यह भी पता चलती है कि यह सडी-गली सोच अभी भी काम कर रही है कि पार्टी की चाहे अपनी जो भी नीतियां हो,वह जाए भाड़ में,हम पार्षद या ऐसे दूसरे जन प्रतिनिधि है तो हम जैसा चाहेंगे वही काम होगा.यह तो कहा जा सकता है कि वृक्षारोपण जैसे पुण्य के कार्य को रूकवा देने के कृत्य को पार्टी, पता चलने पर शायद कभी बर्दाश्त नहीं करेगी.कॉलोनी के निराश लोगों ने वृक्षारोपण को रुकवा देने से दुखी होकर,इस बारे में,निगम के अधिकारियों से बातचीत की है लेकिन उन लोगों ने यहां आगे वृक्षारोपण करने से आनाकानी ही की है.

पहला सवाल तो यही उठेगा कि वृक्षारोपण करने से क्या बिगड़ता है. शासन-प्रशासन और नेताओं के द्वारा भी वृक्षारोपण करने के लाभ हमेशा बनाए जाते रहे हैं लेकिन इससे नुकसान क्या होता है..? यह समझ  आना मुश्किल ही है.

स्थानीय पत्रकार कॉलोनी में नगर निगम प्रशासन के द्वारा लगभग 300 पेड़ लगाने का अभियान शुरू किया गया था. यह उम्मीद की जा रही थी कि इससे यहां के गार्डन का सौन्दर्यकरण हो जाएगा तो वही ऑक्सीजन जॉन बनाने का भी काम पूरा हो सकता था. अभियान का काम निगम के लोगों के द्वारा तेजी से शुरू किया गया. लेकिन बताया जा रहा है कि एक पार्षद को अचानक आपत्ति होने लगी. उसने पता नहीं क्या कहा कि निगम के लोगों ने इस अभियान से पूरा हाथ खींच लिया. यह तो नहीं मालूम कि इस पार्षद पर किस चीज का प्रभाव था लेकिन बताया जा रहा है कि वह निगम के अधिकारियों के सामने बिल्कुल अड़ गया कि वहां, वृक्षारोपण नहीं होना चाहिए.यहां वृक्षारोपण के लिए पचासों गड्ढे तो खोद दिए गए थे. अब यह गड्ढे में इंतजार कर रहे हैं कि शायद वहां कभी वृक्षारोपण होगा. लेकिन निगम के अधिकारों से इस बारे में जो बातचीत हुई है उससे समझ में आ रहा है कि, पार्षद की आपत्ति के चलते,यहां अब वृक्षारोपण कभी नहीं किया जाने वाला है.

यह विश्वास नहीं होता कि एक पार्षद के द्वारा वृक्षारोपण के जैसे जनसेवा के कार्य तक को रुकवा दिया जाएगा. लेकिन यह सच्चाई है कोई भी चाहे तो पत्रकार कॉलोनी में आकर उन गड्ढाँ को देख सकता है जो वृक्षारोपण के लिए किया गया था. स्थानीय रहवासी क्या कर सकते हैं...?? पार्टी से उस पार्षद को ऐसी कुत्सित मानसिकता के चलते आगे, टिकट.. नहीं देने की मांग की जाएगी.