Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


बाप-बेटा समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार, सूने मकानों और दुकानों में चोरी करने का मामला—जानिए पुलिस ने आरोपियों तक कैसे पहुँच बनाई

  गरियाबंद. सूने मकानों और दुकानों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर चोर गिरोह का गरियाबंद पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मा...

Also Read

 गरियाबंद. सूने मकानों और दुकानों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर चोर गिरोह का गरियाबंद पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मास्टरमाइंड पिता-पुत्र, दो सहयोगी समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. मामले का खुलासा करते हुए एसपी निखिल राखेचा ने बताया कि ओडिशा नवरंगपुर जिला के बारिगुडा में रहने वाले चोर गिरोह के प्रमुख सूरज बारीक 21 वर्ष, उसके पिता भुवनेश्वर बारीक 39 वर्ष, भूपेंद्र नेताम 20 वर्ष, उसका सगा भाई लिंगराज नेताम 22 वर्ष, चोरी के सामान खरीदी करने वाले देवबंद निवासी देवाशीष राउत रॉय व रायपुर परसदा में रहने वाली प्रीत मिस्त्री को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है. आरोपियों के विरुद्ध अमलीपदर थाना में एक एवं देवभोग थाना में 3 अपराध पंजीबद्ध किया गया है. 31 मार्च से 14 अक्टूबर के बीच आरोपियों ने अलग-अलग दिन समय में सूने मकान व दुकानों में सेंधमारी कर चोरी की घटना को अंजाम दिया था. आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा Bns 305 ,331(4),317 के तहत अपराध दर्ज किया गया था.



आरोपियों से पुलिस ने चोरी की गई 96 नग मोबाइल बरामद की गई है, जिसकी कीमत 12 लाख 10 हजार 4 सौ है. साथ ही लगभग 8 लाख के चांदी और सोने के जेवरात के अलावा चोरी के पैसों से खरीदी ब्रेजा कार, एक बाइक जब्त की गई है. इस चोर गिरोह के खुलासा करने में साइबर सेल के अलावा अमलीपदर और देवभोग पुलिस की अहम भूमिका रही है.



मोबाइल की चोरी बनी गले की फांस

आरोपी भुनेश्वर बारीक देवभोग के राजापारा इलाके में एक किराए के मकान में रहकर अपने पुत्र और उसके दो सहयोगी के साथ इलाके में सूने मकान व दुकान की रेकी करता था. 14 अक्टूबर को इस गिरोह ने अमलीपदर में मौजूद एक मोबाइल दुकान को अपना निशाना बनाया. यहां से 96 नग मोबाइल की चोरी कर लिए, जिसमें से 10 मोबाइल को बेचने के लिए दूसरे के मार्फत देवबंद के कारोबारी को दिया था. कारोबारी ने 21 अक्टूबर को तीन मोबाइल बेचे. इस वारदात के बाद गरियाबंद की सायबर सेल तकनीकी प्रयोग कर लगातार चोरी हुए मोबाइल की मॉनिटरिंग कर रही थी. 21 को चोरी हुए तीन मोबाइल एक्टिव होते ही सायबर सेल ने खरीदार के लोकेशन दिए, जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करने में देरी नहीं की. चोरों का पीछा कर पुलिस देवभोग स्थित किराए के मकान तक पहुंची, जहा आरोपी अपनी तीसरी पत्नी के साथ रहता था. छापेमारी कर पुलिस ने किराए के मकान से शेष अन्य मोबाइल भी जब्त किए.






आरोपियों ने लाखों की ज्वेलरी चोरी कबूला

31 मार्च को देवभोग थाने के सामने रहने वाले सरकारी कर्मचारी शेष नारायण के सूने मकान से, फिर कुछ माह के अन्तराल में देवभोग और उरमाल के दो ज्वेलरी शोप में चांदी के जेवरात की चोरी की घटना हुई थी. सीसी कैमरे में कैद हुलिया देख पुलिस को शंका हुई. देवभोग पुलिस ने विधिवत रिमांड लेकर आगे की पूछताछ जारी रखा. चोरों ने तीनों ठिकानों पर जेवरात चोरी के न केवल वारदात को स्वीकार किया बल्कि रायपुर के उस ठिकाने को भी बता दिया, जहां चोरी के सामना को बेचा करते थे. पुलिस की एक टीम रायपुर में दबिश देकर चोरी हुए चांदी के 2 किलो जेवरात और सोने के गहने बरामद किए. मामले में खरीदारों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.