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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी अरोकीराज को दोहरा सम्मान, राज्य नवाचार पुरस्कार और प्रतिष्ठित एलुमनाई अवार्ड

  रायपुर. असल बात news. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी श्री अरोकीराज यू को दो प्रतिष्ठित सम्मानों ...

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 रायपुर.

असल बात news.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी श्री अरोकीराज यू को दो प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया गया है। उन्हें तमिलनाडु नर्सेस एंड मिडवाइव्स काउंसिल (टीएनएनएमसी) का ‘स्पेशल इनोवेशन अवार्ड 2025’ और मदर टेरेसा पोस्ट ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज, पुडुचेरी के गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ नर्सिंग का ‘प्रेस्टीजियस एलुमनाई अवार्ड 2025’ प्रदान किया गया।

टीएनएनएमसी, जो एशिया और भारत की पहली नर्सिंग काउंसिल है, ने श्री अरोकीराज के बायोमेडिकल नवाचार और नर्सिंग-नेतृत्व वाले स्वास्थ्य सेवा परिवर्तन में विशिष्ट योगदान को मान्यता दी। यह सम्मान उन्हें 28 जुलाई 2025 को चेन्नई के वल्लुवर कोट्टम में आयोजित ऐतिहासिक शताब्दी उद्घाटन समारोह में प्रदान किया गया, जिसमें तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और टीएनएनएमसी के रजिस्ट्रार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इसके अलावा, मदर टेरेसा पोस्ट ग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज, पुडुचेरी के गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने मेडिकल डिवाइस आविष्कार और रोगी सुरक्षा में श्री अरोकीराज की असाधारण शैक्षणिकोत्तर उपलब्धियों के लिए उन्हें ‘प्रेस्टीजियस एलुमनाई अवार्ड 2025’ से सम्मानित किया। यह पुरस्कार संस्थान के प्राचार्य और डीन द्वारा, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के आशीर्वाद तथा निर्वाचित विधायकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में प्रदान किया गया।

श्री अरोकीराज भारत के पहले नर्सिंग अधिकारी हैं जिन्हें बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उपयोगिता पेटेंट (यूटिलिटी पेटेंट) प्राप्त हुआ है। बिना औपचारिक इंजीनियरिंग, एम.एससी. या पीएच.डी. पृष्ठभूमि के, उन्होंने 11 वर्षों से अधिक के आईसीयू और क्रिटिकल केयर अनुभव के आधार पर कोविड-19 महामारी के दौरान मरीजों की जरूरतों और चुनौतियों से प्रेरित होकर जीवनरक्षक नवाचार विकसित किए। उनका पेटेंट प्राप्त ‘एचओएसी कॉम्बो डिवाइस’ एक गैर-आक्रामक, गैर-विद्युत, बहु-चिकित्सा श्वसन प्रणाली है, जिसे कोविड-19, तपेदिक और अन्य वायुजनित बीमारियों के मरीजों में एरोसोल संक्रमण के खतरे को कम करने और ऑक्सीजन थेरेपी को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

उनकी प्रमुख उपलब्धियों में एक यूटिलिटी पेटेंट, तीन डिज़ाइन पेटेंट, सात पंजीकृत कॉपीराइट, दो लंबित भारतीय पेटेंट (आविष्कार) और दो पीसीटी/डब्ल्यूआईपीओ अंतरराष्ट्रीय फाइलिंग (पंजीकृत और प्रकाशन की प्रतीक्षा में) शामिल हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ ले. जनरल अशोक जिंदल (से.नि.) ने उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि श्री अरोकीराज की यात्रा इस बात का उदाहरण है कि नर्सिंग पेशेवर बिस्तर-स्तरीय नवाचार से वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में बदलाव ला सकते हैं, साथ ही अपनी नियमित सेवाएं भी निभा सकते हैं।

श्री अरोकीराज ने अपने इस सफर में मिले सहयोग के लिए कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ, उप निदेशक प्रशासन, डीन (रिसर्च), चिकित्सा अधीक्षक, सीटीवीएस विभागाध्यक्ष, मार्गदर्शक शिक्षकों और सहकर्मी नर्सिंग अधिकारियों का विशेष आभार व्यक्त किया।

उनकी यह उपलब्धि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है जिसके तहत सभी स्तरों पर नवाचार को प्रोत्साहन दिया जाता है, ताकि रोगी देखभाल में सुधार हो और भारत के स्वास्थ्य सेवा आधारित आर्थिक एवं तकनीकी विकास के दृष्टिकोण को बल मिले।