छत्तीसगढ़ . असल बात news. 0 विशेष संवाददाता छत्तीसगढ़ राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार तय हो गया है. यहां मंत्रिमंडल के नए...
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असल बात news.
0 विशेष संवाददाता
छत्तीसगढ़ राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार तय हो गया है. यहां मंत्रिमंडल के नए सदस्य, राजभवन में कल सुबह 10:30 बजे शपथ ग्रहण करेंगे. कौन कौन मंत्री बनेगा इसको लेकर अभी सस्पेंश बना हुआ है लेकिन ऐसी खबर आ रही है कि पुराने और नए चेहरों को मिलाकर मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है.यह संभावना है कि तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है. राजधानी में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी की जा रही हैं. इधर भारतीय जनता पार्टी की भी आज प्रदेश कार्यालय में विशेष बैठक हुई है, जिसमें जिम्मेदार लोगों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं. इधर दुर्ग जिले में चर्चाओं का दौर चल रहा है कि दुर्ग जिले को खुशी मिलेगी कि नहीं... वैसे ताजा राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा जिस सोच के साथ आगे बढ़ रही है यहां यह बिल्कुल नहीं कहा जा सकता है कि मंत्रिमंडल में अभी जो चेहरे बने हुए हैं उसमें कोई परिवर्तन नहीं हो सकता है. इसकी संभावना से भी पूरी तरह से इनकार नहीं किया जा सकता. भाजपा नए चेहरों पर फोकस कर रही है और हो सकता है कि एकात पुराने चेहरे को भी इस रिसेटलिंग में बदल दिया जाए. मुख्यमंत्री श्री साय से मीडिया के लोगों ने मंत्रिमंडल के विस्तार और उसमें शामिल किए अनिवार्य चेहरों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश तो उन्होंने है कहा कि देखते रहिए.. कल सब कुछ सामने आ जाएगा.
छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीने से मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही है. कुछ जगह तो नाम भी घोषित कर लिया है गया कि यह मंत्री बनने वाले है. लेकिन वह तारीख कई बार आगे बढ़ गई. मंत्रिमंडल के विचार को लेकर आज दोपहर तक की संसद की स्थिति बनी हुई थी लेकिन शाम को पोस्ट खबर हो गई की राज भवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है. और इसका समय निर्धारित हो गया है. सुबह 10:30 समारोह शुरू हो जाएगा. भाजपा विधायक गलती की ओर से अपने सभी सदस्यों को इस समारोह में उपस्थित रहने को कहा गया है. लेकिन छत्तीसगढ़ के सांसद अभी लोकसभा सत्र के चलते दिल्ली में हैं और वह सब शायद इसे समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे. और अब बात करें मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे में कि.. इसमें किसे-किसे जगह मिल सकती है.... तो इसकी पहली संभावना है कि अंबिकापुर संभाग से किसी को मंत्रिमंडल में निश्चित रूप से जगह मिलेगी. बिलासपुर संभाग से जिस तरह से पुरजोर दावा आ रहा है तो बहुत कुछ ऐसा लग रहा है कि इस संभाग का भी दावा काफी अधिक मजबूत है. मंत्रिमंडल से किसी को हटाया जाता है तो चार मंत्री बनाये जा सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी ने अभी अपने संगठन में प्रवेश पदाधिकारियों मेँ जिस तरह से ज्यादातर नए चेहरे को शामिल किया है. उससे कई नए अनुमान लगाया जा सकते हैं.
भाजपा की नीति-रणनीति के जानकार बताते हैं कि बजट सत्र के बाद भी साय कैबिनेट में एक और बदलाव भी हो सकता है. अर्थात सरकार में मौजूदा कुछ मंत्री बाहर किए जाएंगे और कुछ नए चेहरों को और अवसर दिया जाएगा. पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ सूत्रों की माने तो इस विस्तार से यह संदेश भी उन दिग्गज विधायकों को दे दिया जा रहा है कि वे अब छत्तीसगढ़ पार्टी संगठन की मजबूती के लिए काम करें और अपने अनुभवों का फायदा नई टीम को पहुंचाएं. वहीं यह भी चर्चा है कि राष्ट्रीय संगठन के विस्तार में छत्तीसगढ़ के कुछ वरिष्ठों को शामिल किया जा सकता है. राज सत्ता में नहीं, राष्ट्रीय संगठन में अवसर बाकी है.
लोग राजनीति को अच्छे से, बारीकी से जानते हैं,वे यह भी जानते हैं कि मंत्रिमंडल के गठन, विस्तार की तिथि एक बार तय हो गई तो वह टलती नहीं है. मंत्रिमंडल का विस्तार ऐसा विषय नहीं है कि किसी को पसंद ना आए तो उसे आगे की तारीख के लिए टाल दिया जाए.ऐसा कतई नहीं होता कि इस विषय पर किसी की नाराजगी आने लगे, कोई असंतोष व्यक्त करें,कोई असंतुष्ट हो जाय, कोई विरोध कर रहा है तो इसकी तय तिथि आगे के लिए टाल दी जाए. मंत्रिमंडल के गठन और उसके विस्तार का निर्णय संगठन में उच्च स्तर पर बहुत व्यापक रूप में लिया जाता है. इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि पार्टी में इस विषय पर राष्ट्रीय स्तर की सहमति मिल जाने के बाद ही कोई निर्णय हो पाता है और वहां से सहमति मिल गई तो वह अंतिम निर्णय होता है. उसमें कोई फेरबदल की गुंजाइश नहीं होती. आगे कोई चूचपड़ पर नहीं होता. भाजपा जैसी अनुशासित पार्टी में तो पार्टी के उच्च स्तर के निर्णय पर शायद ही कोई विरोध व्यक्त कर सके अथवा नाराजगी जता सके.
छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे में तो यहां अभी तक तो ऐसा लग रहा है कि एक लॉबी आती है,सिर उठाती है और वह मंत्रिमंडल के नए सदस्यों के लिए कुछ नामों को प्रचारित करती है और मंत्रिमंडल के विस्तार की तिथि भी तय कर देती है.और बाद मेँ वह तिथि निकल जाती है तो मंत्रिमंडल के विस्तार का विषय कुछ दिनों के लिए ठंडा पड़ जाता है. लेकिन यह तो निश्चित है कि यहां मंत्रिमंडल का विस्तार अटका हुआ है और यह विस्तार किया ही जाना है. और अब वह तारीफ कल की निश्चित हो गई है.
अभी छत्तीसगढ़ में ताजा घटनाक्रम यह है कि वरिष्ठ पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने राज्यपाल से मुलाकात की है, इसके बाद मंत्रिमंडल के विस्तार के विषय पर चर्चा और तेज हो गई है. लेकिन एक विधायक का राज्यपाल महोदय से मुलाकात मंत्रिमंडल के विस्तार के विषय से कुछ ताल्लुक रखता है यह तो नहीं कहा जा सकता.और शायद कुछ लोग,यह भी चाहते होंगे कि मुख्यमंत्री जी के विदेश यात्रा के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाए इसलिए इस की चर्चाओं को तेज करने पर जोर देते दिख रहे हो सकते हैं. यही एक वजह है जो कि मंत्रिमंडल के विस्तार के विषय पर चर्चाओं को जोर देती रही है.
वैसे एक बात तय कि राष्ट्रीय स्तर से नामों पर सहमति मिलने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार तुरंत ही किया जा सकता है. तब उसके बाद, इसमें ना कोई संशोधन होता है और ना ही कोई देरी.. ताजा अभी की खबर है कि राज भवन में मंत्रिमंडल के नए सदस्यों के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय हो गया है.. और सुबह 10:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. शपथ ग्रहण समारोह की 200 से तैयारी की जा रहे हैं और यह भी जानकारी मिली है कि विधायकों को मंत्री बनना है उन्हें सूचना भेज दी गई है. भाजपा विधायक दल की ओर से सभी सदस्यों को शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहने को कहा गया है.