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"स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में इंटर्नशिप वैलिडेशन सेरेमनी: विद्यार्थियों के अनुभवों और उपलब्धियों का उत्सव"

  भिलाई. असल बात news.  स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई द्वारा माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी, इंडिया के सहयोग से“बेसिक...

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 भिलाई.

असल बात news. 

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई द्वारा माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी, इंडिया के सहयोग से“बेसिक माइक्रोबियल तकनीकें” पर आधारित एक माह की इंटर्नशिप का आयोजन सूक्ष्मजैविकी विभाग, सफलतापूर्वक किया गया। " इंटर्नशिप वैलिडेशन सेरेमनी " महाविद्यालय परिसर में आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर कार्यक्रम का समापन किया गया।

इस गरिमामयी अवसर पर डॉ. भूपेन्द्र कुलदीप, कुलसचिव, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग, मुख्य अतिथि  के रूप में उपस्थित रहे।  उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थियों ने इस इंटर्नशिप के माध्यम से माइक्रोबायोलॉजी की व्यावहारिक तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया, जिससे उनके कौशल और आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।इंटर्नशिप की संरचित प्रायोगिक गतिविधियों और शैक्षणिक भ्रमणों ने विद्यार्थियों के  कैरियर  मार्गदर्शन में एक ठोस आधार प्रदान किया। विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी और जिज्ञासा ने इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाया। प्रतिभागियों को उनके नवाचार को टिस (इन्क्यूबेशन सेल दुर्ग साइंस कॉलेज ) में देकर स्टार्टअप के लिए आर्थिक सहायता  हेतु प्रेरित किया  उन्होंने कहा सूक्ष्मजैविकी विभाग की टीम ने अत्यंत समर्पण और कुशलता से इंटर्नशिप कार्यक्रम का संचालन किया, जिसके लिए वे सराहना के पात्र हैं। 


डॉ. ए. एम. देशमुख, माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी, इंडिया के अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए । उन्होंने ने अपने संबोधन में कहा: वर्तमान परिदृश्य में विद्यार्थियों के लिए सूक्ष्मजैविक तकनीकों का मूलभूत ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। यह न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि विद्यार्थियों को उद्योग एवं शोध क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी कारगर है। इस संदर्भ में सूक्ष्मजैविकी विभाग द्वारा आयोजित यह इंटर्नशिप कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के कौशल उन्मुख दृष्टिकोण के अनुरूप एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने विभाग की प्रशंसा  में  कहा कि सूक्ष्मजैविकी  विभाग ने व्यावहारिक शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए जिस अभिनव और कौशल-आधारित इंटर्नशिप का आयोजन किया, वह निःसंदेह संस्थान में अपनी तरह की एक अनूठी पहल है।  

डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिषा शर्मा, निदेशक, श्री शंकराचार्य एजुकेशनल कैंपस, हुडको ने कहा के प्रेरणादायक मार्गदर्शन एवं सतत सहयोग से यह इंटर्नशिप शैक्षणिक और व्यवहारिक दृष्टि से अत्यंत सफल रहा। विद्यार्थियों को विभाग ने न केवल प्रयोगात्मक तकनीकों का सजीव अनुभव प्रदान किया, बल्कि उन्हें इंडस्ट्री, क्लिनिकल लैब तथा शोध की दुनिया से भी जोड़ने का अभिनव प्रयास किया। यह कार्यक्रम विभाग की उस दूरदर्शिता का परिचायक है जो केवल सैद्धांतिक शिक्षा नहीं, बल्कि व्यावसायिक दक्षता और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप कौशल उन्मुख शिक्षा को भी केंद्र में रखता है। महाविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण में यह एक विशिष्ट एवं अनुकरणीय पहल है, जो अन्य विभागों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। 

प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने अपने वक्तव्य में कहा कि: सूक्ष्मजैविकी विभाग द्वारा आयोजित एक माह इंटर्नशिप कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को विविध प्रयोगशाला तकनीकों, औद्योगिक प्रक्रियाओं, एवं क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी के आधुनिक उपकरणों से प्रत्यक्ष अवगत होने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में, जब शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रह गई है, ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के समग्र विकास, कौशल निर्माण एवं भविष्य की व्यावसायिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होते हैं।  

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कौशल उन्मुख कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया गया है, और यह इंटर्नशिप उसी दिशा में एक ठोस पहल है। उन्होंने सूक्ष्मजैविकी विभाग को इस अभिनव और अत्यंत सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई  दी । उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएँ  देते हुए कहा  कि वे आशा करती  है कि इस अनुभव को अपने ज्ञान और करियर में सार्थक रूप से उपयोग करेंगे।”

कार्यक्रम की संयोजिका एवं विभागाध्यक्ष सूक्ष्मजैविकी विभाग डॉ. शमा अफरोज़ बेग ने इंटर्नशिप की गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों के उत्साह, अनुशासन एवं सक्रिय भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्थान के निदेशकगण डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिषा शर्मा के सहयोग और मार्गदर्शन ने कार्यक्रम को ऊर्जावान और परिणामदायक बनाया।  

इंटर्नशिप के दौरान प्रतिभागी विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कार्यक्रम की गुणवत्ता, व्यावहारिक उपयोगिता और मार्गदर्शन की सराहना की: आँचल साहू (जिंदल यूनिवर्सिटी) ने कहा:“यह इंटर्नशिप मेरे लिए अत्यंत उपयोगी रही। माइक्रोबायोलॉजी की मूलभूत तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से समझना और प्रयोगशाला में काम करना एक नया अनुभव था। महाविद्यालय की टीम ने अत्यंत सहयोगात्मक और व्यावसायिक वातावरण प्रदान किया। मैं अपने करियर में इस अनुभव को अवश्य लागू करूँगी।”

विशेष वृत्तांत श्रीवास्तव, दयालबाग शिक्षण संस्थान, आगरा] ने साझा किया इंदिरा गांधी कृशि विष्वविद्यालयरायपुर और बायोफर्टिलाइज़र यूनिट भ्रमण जैसे अवसरों ने मेरी कृषि सूक्ष्मजैविकी की समझ को नई दिशा दी। प्रयोगात्मक सत्रों ने न केवल मेरे कौशल को निखारा, बल्कि मुझे मेडिकल एवं इंडस्ट्रियल एप्लिकेशन के प्रति भी आकर्षित किया। महाविद्यालय का मार्गदर्शन अद्वितीय रहा।”

वंशिका दत्त डी.वाई. पाटिल, पुणे ने कहा:“इंटर्नशिप के दौरान Hamar Lab भ्रमण और कल्चर, बायोकैमिकल तथा हेमेटोलॉजी प्रक्रियाओं को प्रत्यक्ष देखना अत्यंत ज्ञानवर्धक रहा। प्रशिक्षकों की व्यावसायिकता और मार्गदर्शन ने मेरी प्रयोगशाला दक्षताओं को सशक्त किया। मैं भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों से जुड़ना चाहूँगी।”

पुष्पांजलि नायक रुंगटा कॉलेज भिलाई ने कहा: “महाविद्यालय द्वारा आयोजित बेसिक माइक्रोबियल तकनीकें इंटर्नशिप मेरे लिए एक अत्यंत ज्ञानवर्धक अनुभव रहा। सभी तकनीकों जैसे स्टेनिंग, मीडिया प्रिपरेशन, कल्चर मेथड्स, बायोकैमिकल व हेमेटोलॉजी प्रक्रियाओं को व्यावहारिक रूप से सीखने का अवसर मिला। विशेष रूप से इंडस्ट्रियल विज़िट्स ने मेरी विषय पर पकड़ को और मजबूत किया। मैं विभाग की टीम की आभारी हूँ, जिन्होंने हमें हर स्तर पर मार्गदर्शन और सहयोग दिया।

इस आयोजन की सफल प्रस्तुति (एंकरिंग) के लिए विभाग ने भिलाई  विभागाध्यक्ष अंग्रेजी श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी  का विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया।

इंटर्नशिप कार्यक्रम की संचालन व्यवस्था एवं समापन समारोह के समन्वय में सुश्री योगिता लोखंडे एवं सुश्री सुरभि श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक, सूक्ष्मजैविकी विभाग ने अत्यंत सक्रिय, उत्तरदायी एवं समर्पित भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल पूरे एक माह तक चलने वाली गतिविधियों को समयबद्ध, व्यवस्थित और विद्यार्थियों के अनुकूल बनाए रखा, बल्कि समापन समारोह के प्रत्येक चरण में अत्यंत दक्षता का परिचय दिया। विभाग उनके सतत सहयोग, अनुशासित कार्यशैली और टीम भावना के लिए विशेष रूप से आभार प्रकट करता है।