प्रदेश की संपूर्ण जनता की ओर से छत्तीसगढ़ विधानसभा ने किया भारतीय सेना के अदम्य साहस एवं वीरता तथा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री की रणनीतिक क्...
प्रदेश की संपूर्ण जनता की ओर से छत्तीसगढ़ विधानसभा ने किया भारतीय सेना के अदम्य साहस एवं वीरता तथा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री की रणनीतिक क्षमता का हार्दिक अभिनंदन, व्यक्त किया आभार,,पूरा सदन='भारत माता की जय','वंदे मातरम','जय जवान जय किसान' के नारों से गुंजायमान हो उठा
छत्तीसगढ़ .
असल बात news
छत्तीसगढ़ विधानसभा में देश के गौरव'ऑपरेशन सिंदूर' पर आज बड़ी चर्चा हुई.सत्तापक्ष के सदस्यों ने इस दौरान भारत देश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था व सामरिक शक्ति के साथ भारतीय सेना के अदम्य साहस एवं वीरता तथा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री की रणनीतिक क्षमता के पक्ष में उदाहरण सहित कई बातें रखी और देश के प्रधानमंत्री तथा भारतीय सेवा का हार्दिक अभिनंदन करते हुए आभार व्यक्त किया. सदन में संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेवा के अदम्य साहस और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की रणनीतिक व कूटनीतिक क्षमता के अभिनंदन के लिए लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान देश की सेना के वीरता और कार्यों की जमकर सराहना की गई. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि भारत देश में हमेशा शांति को प्राथमिकता दी है लेकिन कोई भी हमारी शांति अखंडता के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा तो उसे मुंह तोड़ जवाब मिलेगा. उन्होंने कहा कि सीमा पर आतंकवाद की तरह देश में उसी की भाषा बोलने वाले लोग भी उतने ही खतरनाक है. इनको बेनकाब करना जरूरी है. धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो जाने पर पूरा सदन 'भारत माता की जय',' वंदे मातरम',' जय जवान जय किसान' के नारों से गुंजायमान होता रहा.इस चर्चा की एक खास बात यह भी थी कि विपक्ष के सदस्य भी शुरू में सदन में उपस्थित थे लेकिन टोंकाटाकी के बीच चल रहे वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर के वक्तव्य के दौरान विपक्ष ने सदन से बहिरगमन कर दिया.
सर्वप्रथम संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप नए सदन में उक्त विषय पर प्रस्ताव प्रस्तुत किया.ऑपरेशन सिन्दूर के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने समस्त छत्तीसगढ़वासियों की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को ऑपरेशन सिन्दूर के सफल संचालन के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को इस ऑपरेशन की सफलता पर गर्व है। उन्होंने कहा है कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कुशल रणनीति और नेतृत्व क्षमता को पूरे देश ने देखा है। यह केवल एक मिशन नहीं था, बल्कि भारत की ताकत, संकल्प और वैश्विक नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि भारत अब ऐसा राष्ट्र बन चुका है जो अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति में, किसी भी सीमा तक जाकर, त्वरित, निर्णायक और प्रभावी कार्यवाही करने में सक्षम है। ऐसे अभियान केवल सैन्य या कूटनीतिक सफलता का प्रतीक नहीं होते, बल्कि वे संपूर्ण राष्ट्र की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व का दृष्टिकोण स्पष्ट है — हर भारतीय का जीवन बहुमूल्य है, चाहे वह देश में हो या विदेश में। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऑपरेशन के केंद्र में समन्वय और निर्णय क्षमता की जो धुरी रही, वह हैं - प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी। प्रधानमंत्री श्री मोदी की सक्रिय भागीदारी, व्यक्तिगत निगरानी और स्पष्ट निर्देशों के कारण ही यह मिशन समयबद्ध, सुरक्षित और सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना की बात करते हैं, तो ऐसे मिशन हमें यह विश्वास दिलाते हैं कि भारत केवल अपने नागरिकों की ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए भी कर्तव्यनिष्ठ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत की साख अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रही है। ऑपरेशन गंगा, ऑपरेशन कावेरी, ऑपरेशन देवी शक्ति, और अब ऑपरेशन सिन्दूर — भारत ने बार-बार यह सिद्ध किया है कि वह वैश्विक संकटों में मूक दर्शक नहीं, बल्कि सक्रिय संकट-निवारक राष्ट्र है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहलगाम की वीभत्स घटना के पश्चात हमारे प्रदेश के सपूत स्वर्गीय दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर भी लौटकर आया। मैंने स्वयं उनके परिवार की पीड़ा को देखा। हमारी बहन ने अपनी आँखों के सामने अपना सुहाग उजड़ते देखा — यह पीड़ा कितनी गहरी है, यह पूरा सदन समझ सकता है। आतंकियों ने उन्हें केवल इस कारण मार डाला कि वे नहीं चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर, जो भारत का अभिन्न अंग है, उसमें अन्य प्रांतों के नागरिकों की आवाजाही हो सके। उन्हें धर्म देखकर मारा गया। देश भर की माताओं-बहनों के बिलखने की तस्वीरें सामने आईं और इनके साथ पूरा देश रोया। यह एक ऐसी अमानवीय घटना थी, जिसमें सम्पूर्ण मानवता तार-तार हो गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों का रक्त बहाया, वहीं भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में इस बात का विशेष ध्यान रखा कि पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई क्षति न पहुँचे। हमारे नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी को छेड़ता नहीं, परंतु छेड़ने वालों को छोड़ता भी नहीं। ऑपरेशन सिन्दूर के माध्यम से भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि हम प्रत्येक रक्त की बूँद का हिसाब लेते हैं। जिन आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया, वे संसद हमले, मुंबई हमले, अक्षरधाम हमला और पुलवामा जैसी भीषण घटनाओं में लिप्त थे। भारत ने आतंकवाद को शह देने वाले देशों को विश्व मंच पर बेनकाब किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने सदैव शांति को प्राथमिकता दी है, परंतु संप्रभुता पर किसी भी प्रकार का हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसका माकूल उत्तर दिया जाएगा। जो देश आतंकवादियों की भाषा बोलते हैं, वे आज वैश्विक मंचों पर अलग-थलग पड़ चुके हैं — इसका श्रेय भारतीय नेतृत्व की अडिग इच्छाशक्ति को जाता है। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को बेनकाब करने हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जिस प्रकार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में भेजा, वह भारतीय लोकतंत्र की सुंदरता और “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना का आदर्श उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्हें यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। उनके व्यक्तित्व में संकल्प, समन्वय और संवेदनशीलता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। रक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु प्रधानमंत्री जी ने जो सतत परिश्रम किया, उसका प्रभाव हमें ऑपरेशन सिन्दूर में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिला। यह ऑपरेशन 140 करोड़ देशवासियों की एकजुटता और अखंडता का प्रतीक बन चुका है और सदा स्मरणीय रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर केवल आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई नहीं, बल्कि यह नारी सम्मान और शक्ति का भी प्रतीक है, मातृशक्ति को समर्पित एक ऐतिहासिक सैन्य-संकल्प है।
चर्चा में सर्वप्रथम बोलते हुए वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर ने कहा एक समय 11 वर्षों तक देश में दूसरी पार्टी की सरकार थी और प्रत्येक वर्ष देश में एक न एक आतंकी हमला जरूर हुआ. तब हम किसी भी आतंकी हमले पर परिणाम तक नहीं पहुंच पा रहे थे. आज देश में जिस ऊर्जावान वकील साहब ने आतंकवादी कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया उसे राज्यसभा में भेज कर उसका उत्साहवर्धन किया गया है. इस समय विपक्ष के सदस्यों देवेंद्र यादव, रामकुमार, इत्यादि ने इस वक्तव्य पर कड़ा विरोध प्रकट किया. श्री चंद्राकर ने राजीव गांधी फाउंडेशन के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके द्वारा जाकिर नायक को फाइनेंस किया जाता रहा था. तो इस पर भी विपक्ष के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति की. श्री चंद्राकर ने कहा कि वर्ष 1971 के बाद भारत देश में फिर से पाकिस्तान में घुसकर हमला किया और आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया. इसके पहले देश में ऐसा नहीं हो रहा था. उन्होंने कहा कि हमको भारत माता की जय बोलना सिखाया जाता है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद तो देश नहीं है स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ आप किसी विषय पर चर्चा नहीं होगी और चर्चा होगी तो सिर्फ आतंकवादी और पीओके पर. पीओके हमारा है.उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर में भारत देश ने, जिन हथियारों का इस्तेमाल किया जिससे आतंकवादी ठिकाने नष्ट किए गए उनका निर्माण भारत में ही हुआ है. मेक इन इंडिया अभियान से भारत देश की जो तैयारी हुई है उस देश की सामरिक शक्ति में काफी मजबूती आई है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष श्री चरण दास महंत खड़े हुए और उन्होंने देश के सैनिकों की वीरता की सराहना की और अभिनंदन किया लेकिन उन्होंने कहा कि यहां जिस तरह से कहा जा रहा है उसे हम सदन में नहीं रह सकते और विपक्ष के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया.
सदन में आगे चर्चा में भाग लेते हुए सदस्य किरण सिंह देव ने कहा कि प्रधान हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के त्वरित निर्णय लेने की जो क्षमता है उसे पूरी दुनिया ने देख लिया है. आतंकी ठिकानों को, उनके एयरबेस को सिर्फ कुछ मिनटों के भीतर जिस तरह से नष्ट कर दिया गया उससे पूरी दुनिया आश्चर्यचकित है. उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिकों की क्षमता, सैन्य शक्ति पर विपक्ष के सदस्यों की ओर से आपत्तिजनक टीका टिप्पणी कर संशय पैदा करने की कोशिश की जाती है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इसी दौरान सिंधु जल संधि को रोककर दुश्मन देश पर अपनी डिप्लोमेटिक नीति से हमला कर उन्हें घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया है.
वहीं वरिष्ठ सदस्य धर्मजीत सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देश के सैनिकों के अभिनंदन के लिए प्रस्तुत प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि पाकिस्तान बांग्लादेश चीन जैसे देश प्रजातांत्रिक भारत देश की शांति व्यवस्था को खतरे में डालने के लिए षडयंत्र कर रहे हैं. हम सब कुछ कर सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसी को नहीं बदल सकते. पहलगाम में धर्म पूछ कर हत्याएं की गई और नफरत का बीज बोया गया. सिंदूर ऑपरेशन हमारी माता बहनों के सिंदूर की रक्षा के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल को भारत देश ने विकसित किया है जिसका सिग्नल पाकिस्तान का राडार कभी कैच नहीं कर सका. यह ऑपरेशन सिंदूर थम नहीं है. आगे पाकिस्तान ने और कुछ किया तो वहां और अधिक विध्वंस किया जाएगा.
वरिष्ठ सदस्य अमर अग्रवाल ने कहा कि यह धन्यवाद प्रस्ताव छत्तीसगढ़ के दो करोड़ जनता की अभिव्यक्ति है. ऑपरेशन से दूसरे पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत देश की सामरिक शक्ति कितनी मजबूत है. दुनिया के दूसरे तकिया भी संदेश गया है कि भारत हिसाब के विरुद्ध है लेकिन कोई उसके साथ छेड़खानी करता है तो उसे छोड़ेंगे नहीं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने देश में परमाणु परीक्षण किया.उस समय दुनिया के कई देशों ने हम पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे लेकिन भारत और मजबूती के साथ उभरा और आगे बढ़ा. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के निशाने इतने सटीक थे कि कहीं भी किसी सिविलियन को नुकसान नहीं पहुंचा. उन्होंने कहा कि उन्होंने उल्लेख किया कि पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन से हमारे देश में एक कांच के टुकड़े को भी नुकसान नहीं हुआ. हमने उनके सारे ड्रोन को मार गिराया.
चर्चा में भाग लेते हुए वरिष्ठ सदस्य धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारे भारत देश के प्रति पाकिस्तान का रुख कभी ठीक नहीं रहा. वह हमारे देश को नुकसान पहुंचाने के लिए हमेशा षड्यंत्र करता रहा है. उन्होंने कहा कि आतंकी हमले देश में पहले भी हुए लेकिन तब आतंकियों को जवाब देने के लिए इंतजार करना पड़ता था. आज हमारे देश ने पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा निरस्त कर दिया है. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में पूरी दुनिया को जानकारी देने के लिए हमारे देश ने सर्वदलीय सांसदों की टीम बनाई. जिसमें किसी भेदभाव के बिना सभी राजनीतिक पार्टियों के सांसदों को शामिल किया गया. प्रतिनिधियों को रखा गया है. और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में पूरी दुनिया को जानकारी दी जा रही है.
आसंदी से स्पीकर डॉक्टर रमन सिंह ने प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए मत विभाजन कराया. और यह प्रस्ताव ध्वनिमत से स्वीकृत किया गया.