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कल तेरापंथ अमोलक भवन, सदर बाजार, रायपुर में दो महत्वपूर्ण और पावन अवसरों का संयुक्त आयोजन व नव-निर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण

  रायपुर. तेरापंथ धर्मसंघ के अनुशासित और आध्यात्मिक प्रवाह में एक और प्रेरणादायक अध्याय जुड़ने जा रहा है. आगामी रविवार, दिनांक 06 जुलाई 2025...

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 रायपुर. तेरापंथ धर्मसंघ के अनुशासित और आध्यात्मिक प्रवाह में एक और प्रेरणादायक अध्याय जुड़ने जा रहा है. आगामी रविवार, दिनांक 06 जुलाई 2025 को प्रातः 8:30 बजे, तेरापंथ अमोलक भवन, सदर बाजार, रायपुर में दो महत्वपूर्ण और पावन अवसरों का संयुक्त आयोजन किया जाएगा. इस दिन समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा ठाणा 2 का मंगल चातुर्मासिक प्रवेश रायपुर नगरी में होगा. साथ ही तेरापंथ युवक परिषद रायपुर की सत्र 2025-26 की नव-निर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह भी संपन्न होगा. गुरुदेव महाश्रमण का समणी के चातुर्मास के लिए रायपुर का चयन संपूर्ण समाज के लिए अत्यंत हर्ष और पुण्य का विषय है. समणी कमलप्रज्ञा, समणी करुणाप्रज्ञा और समणी सुमनप्रज्ञा के पावन सान्निध्य में यह कार्यक्रम विशेष आध्यात्मिक ऊर्जाओं से परिपूर्ण रहेगा.


चातुर्मासिक प्रवेश का महत्व

चातुर्मास जैन धर्म में आत्म-संयम, साधना, स्वाध्याय और तप का पावन काल माना जाता है. इस अवधि में आचार्यश्री की अनुमोदना से साधु-साध्वियाँ एक ही स्थान पर ठहर कर समाज में धर्म, संस्कार और नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार करते हैं. समणी का रायपुर में चातुर्मास होना न केवल नगरवासियों के लिए गौरव की बात है, अपितु आत्मिक जागृति का भी अवसर है.


तेरापंथ युवक परिषद की नई टीम का संकल्प

इसी अवसर पर नव-निर्वाचित अध्यक्ष योगेश बाफना, मंत्री नवीन दुग्गड़ सहित तेरापंथ युवक परिषद रायपुर की पूरी कार्यकारिणी धर्म, संगठन और समाज सेवा के लिए अपने दायित्वों की शपथ लेगी. यह शपथ ग्रहण केवल एक औपचारिकता नहीं, अपितु एक संकल्प है – सेवा, संस्कार और संगठन के आदर्शों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का.

समारोह में तेरापंथ सभा रायपुर, महिला मंडल, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, अणुव्रत समिति के प्रतिनिधियों सहित शहर के अनेक गणमान्यजन, समाजसेवी, युवावर्ग और श्रद्धालु सपरिवार उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य धार्मिक मूल्यों को जीवंत बनाना, युवाओं में संगठन भावना को प्रबल करना और समणी के सान्निध्य में साधना, सेवा और संस्कार के मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करना है. सभी धर्मप्रेमीजनों से निवेदन है कि इस मंगल अवसर पर समय पर पधारकर समणी के दिव्य आशीर्वाद और नवपरिषद को प्रेरणाप्रद शुभाशीष प्रदान करें.