Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


मेडिकल कॉलेज के 150 MBBS सीटों की मान्यता रद्द

  रायपुर.  छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस की 150 सीटें कम हो गई हैं. दरअसल सीबीआई के छापे के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने नवा रायपुर स्थित राव...

Also Read

 रायपुर. छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस की 150 सीटें कम हो गई हैं. दरअसल सीबीआई के छापे के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने नवा रायपुर स्थित रावतपुरा सरकार निजी मेडिकल कॉलेज को नए सेशन के लिए जीरो ईयर घोषित कर दिया है. यानी सीटों का रिनुअल नहीं किया गया है. रावतपुरा के साथ मध्यप्रदेश, उत्तप्रदेश समेत अन्य राज्यों के 6 निजी कॉलेजों में जीरो ईयर घोषित किया गया है. यही नहीं एनएमसी के 4 एसेसर को भी ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया है.


जीरो ईयर का मतलब है कि इस माह शुरू होने वाली काउंसलिंग में किसी छात्र को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पिछले साल एडमिशन लिए छात्रों की पढ़ाई जारी रहेगी. रावतपुरा कॉलेज में 30 जून को एमबीबीएस की 150 सीटों को बढ़ाकर 250 करने के लिए एनएमसी की टीम निरीक्षण करने आई थी.


इसमें कॉलेज प्रबंधन द्वारा एसेसर को रिश्चत व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की मिलीभगत उजागर होने के बाद सीबीआई ने कॉलेज में छापामार कार्रवाई की थी. मौके से ही 3 एसेसर व कॉलेज के डायरेक्टर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अगले दिन सीबीआई ने छत्तीसगढ़ में कॉलेज प्रबंधन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व देश के अन्य कॉलेजों से जुड़े 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी.


4 निजी कॉलेजों की मान्यता पर फैसला नहीं


रावतपुरा सरकार कॉलेज में जीरो ईयर होने के बाद प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें 2130 से घटकर 1980 रह गई है. नए सेशन में इतनी ही सीटों पर एडमिशन दिया जाएगा. सभी 10 सरकारी मेडिकल कॉलेजों को सरकार की अंडरटेकिंग के बाद नए सत्र के लिए मान्यता मिल गई है. 4 निजी कॉलेजों की मान्यता के संबंध में अभी एनएमसी को कोई पत्र नहीं आया है. हालांकि इन सभी कॉलेजों की सीटें रिनुअल होने की संभावना है. इनमें तीन कॉलेजों ने सीटें 150 से 250 करने के लिए आवेदन भी किया है. संभावना है कि एक से दो कॉलेज में सीटें बढ़ सकती हैं. हालांकि इस दौड़ से रावतपुरा कॉलेज बाहर हो गई है. ऐसे में 3 कॉलेजों की सीटों पर उम्मीदें टिकी हुई हैं. सीटें घटने से कट ऑफ बढ़ जाएगा.