मेघालय में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में सोनम रघुवंशी के शातिर दिमाग की नई परतें खुलती जा रही हैं। हनीमून पर जाने के दो हफ्ते बाद...
मेघालय में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में सोनम रघुवंशी के शातिर दिमाग की नई परतें खुलती जा रही हैं। हनीमून पर जाने के दो हफ्ते बाद राजा की पत्नी सोनम को पुलिस ने काले बुर्के में, झूठे आंसुओं और झूठी पहचान के साथ सिलीगुड़ी से गाजीपुर भागते समय पकड़ा था। मेघालय पुलिस ने दावा किया है कि सोनम किसी और महिला की हत्या कर उसका शव अपना बताकर हमेशा के लिए गायब होने की साजिश रच रही थी। ताकि ये लगे कि सोनम भी मारी जा चुकी है। शिलांग पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनम और उसके साथियों का इरादा एक महिला की हत्या कर उसे सोनम के कपड़े पहनाकर या तो स्कूटी के साथ जला देना था या नदी में फेंक देना था ताकि पुलिस को लगे राजा और सोनम दोनों मारे गए! लेकिन ऐन वक्त पर ये ‘डबल मर्डर’ प्लान फेल हो गया।
साजिश इतनी गहरी थी कि राज पहले ही इंदौर से सोनम के लिए बुर्का भिजवा चुका था। हत्या के बाद किलर विशाल ने वह बुर्का सोनम तक शिलॉन्ग में पहुंचाया। राजा की हत्या के बाद सोनम ने पहले मांग का सिंदूर हटाया और फिर मंगलसूत्र उतार कर बुर्का पहना। इसके बार सोनम ने टैक्सी पकड़ी और सिलीगुड़ी होते हुए गाजीपुर भाग निकली। पर किस्मत की रफ्तार से तेज थी कानून की आंख। 17 दिन बाद सोनम पकड़ी गई। राज और उसके साथी पहले ही पुलिस के शिकंजे में थे। पुलिस को पता चला कि सोनम का प्रेमी राज कुशवाह इस साजिश का मास्टरमाइंड था और सोनम ने इसमें सहमति दी थी।
इंदौर में रची गई थी हत्या की साजिश
पूर्वी खासी हिल्स जिले के SP विवेक स्येम ने बताया कि राजा की हत्या की साजिश 11 मई को उनकी शादी से पहले इंदौर में रची गई थी। राजा (29) और सोनम (24) 23 मई को सोहरा में लापता हो गए थे। 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास राजा का शव खाई में मिला, जबकि सोनम 9 जून को गाजीपुर में सरेंडर कर सामने आई।
पुलिस ने राज कुशवाह और तीन अन्य विशाल, आकाश, और आनंद को भी गिरफ्तार किया, जो राज के दोस्त थे, जिसमें एक उसका चचेरा भाई था। SP ने कहा कि यह सुपारी किलिंग नहीं थी। तीनों ने दोस्ती में राज की मदद की. राज ने खर्च के लिए 50,000 रुपये दिए थे।