धरती माता से, लिया गया 'जल',हमें,लौटाना जरुरी, इससे हमारी समृद्धि भी बढ़ेगी, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, जल संरक्षण का सबसे बेहतर उपाय...
धरती माता से, लिया गया 'जल',हमें,लौटाना जरुरी, इससे हमारी समृद्धि भी बढ़ेगी, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, जल संरक्षण का सबसे बेहतर उपाय - सांसद विजय बघेल, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने में भिलाई को छत्तीसगढ़ में नंबर वन बनाने का संकल्प
0 भिलाई निगम में जल संवर्धन मिशन पर संगोष्ठी
भिलाई.
असल बात news.
भिलाई में जल को व्यर्थ बहने से रोकने, जल संरक्षण के प्रति आम लोगों को जागरुक करने के लिए,आज बड़े अभियान की शुरुआत हुई है.यहां आज नगर निगम में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जल संवर्धन मिशन की संगोष्ठी के साथ इस अभियान की पुरजोर तरीके से शुरुआत होती नजर आई है.संगोष्ठी में पानी के महत्व,उसकी उपयोगिता, उसकी उपलब्धता,उसकी कमी से होने वाली कठिनाइयां तथा पानी के संरक्षण के लिए आम जनता के द्वारा किए जा सकने वाले उपायों पर ढेर सारी बातें हुई. कार्यक्रम में क्षेत्र के सांसद विजय बघेल के साथ विषय के विशेषज्ञ सहित तमाम वक्ता उपस्थित थे.सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे गलत व्यवहार की वजह से आज समुची दुनिया में पानी के संकट की समस्या पैदा हो गई है और पानी को लेकर ही तीसरा विश्व युद्ध होने की आशंका बन गई है.उन्होंने कहा कि धरती माता से हम जितना जल लेते हैं उतना लौटा देने से 'जल संरक्षण' तो होगा ही इससे हमारी समृद्धि भी निश्चित है और यह वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अपनाने से बेहतर तरीके से संभव हो जाएगा.यहां वक्ताओ ने पानी के संरक्षण के लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने का आह्वान किया.इस अवसर पर सभी ने पानी के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास करने का संकल्प किया.
आम लोगों को जल की कमी की समस्या से लगातार योजना पड़ रहा है. पानी के वजह से ही गली- मोहल्ले में लोगों में, आपस में विवाद- झगड़ा होने तक की स्थिति निर्मित हो जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पानी को बचाने, जल संरक्षण के लिए पूरे देश में विशेष अभियान शुरू किया है.इसी कड़ी में निगम स्तर पर यह संगोष्ठी आयोजित की गई. सांसद विजय बघेल ने संगोष्ठी में अपने उद्बोधन में आगे कहा कि जल हम लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है यह किसी को बताने की आवश्यकता नहीं है. जल के संरक्षण के लिए पूरी दुनिया में विचार मंथन चल रहा है. पानी के बचत के लिए हमारे पुरखों के द्वारा दी गई हिदायतों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने हमें बार-बार समझाया है कि हम जल को व्यर्थ नष्ट करेंगे तो हमारे घर कंगाली आ सकती है.धन की देवी लक्ष्मी माता हमसे रूठ जाएंगी. यह बातें पहले भी सही थी और आज भी धरातल पर सही उतरती हैं. उन्होंने कहा कि भोजन के बिना मनुष्य महीने भर रह सकता है लेकिन पानी के बिना तीन-चार दिन भी नहीं रह सकता.
उन्होंने व्यवहारिक बातों का उल्लेख करते हुए अपने नगर पालिका अध्यक्ष के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि बहुत सारे लोग नलों की टोटियों को, सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए तोड़ देते हैं.ऐसे लोग यह नहीं समझ पाते है कि इससे कितना नुकसान होता है. कितना जल व्यर्थ बह जाता है. यह सब छोटी-छोटी बातें हैं लेकिन पानी के बर्बादी के यह सब बड़े कारक हैं..
उन्होंने सभी घरों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का आह्वान करते हुए कहा कि सबसे पहले तो शासकीय भवनों में रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर हमें, लोगों को प्रेरित करना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों कर्मचारियों को भी कहा कि इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें हमेशा उन दिनों की याद रखना चाहिए कि हमारी माता बहनों को कभी कितने किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता था कभी हम सब कुएं से भी पानी निकालते थे.और तब पानी के लिए कितनी दिक्कते होती थी,इसे, हमें हमेशा याद रखना चाहिए. हम पानी की बर्बादी को नहीं रोकेंगे तो भूजल स्रोत लगातार नीचे चला जाएगा और इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि वे कठिनाइयों के दिन दिन फिर से वापस आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि धरती माता से हम जितना जल लेते हैं हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम उतना जल,उन्हें वापस लौटा सके. उन्होंने जल संरक्षण अभियान में सब की बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया.
उन्होंने उल्लेख किया कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जल संरक्षण के मुद्दे पर काफी गंभीर हैं.जल की बचत और संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने का अभियान पूरे देश में शुरू किया गया है. उन्होंने उपस्थितजनों को कहा कि जल संरक्षण के लिए,हम सिर्फ चार लोगों को जागरुक कर ले तब भी हमारे पूरे अभियान को सफल होने से कोई रोक नहीं सकेगा.उन्होंने लोगों की लापरवाहियों का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों को अधिक पानी मिलने लगता है तो पानी के संरक्षण के प्रति सब लापरवाह हो जाते हैं.टाउनशिप एरिया में भी ऐसा हो रहा है.उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा जनअभियान,वीडियो में ज्यादा नहीं चलना चाहिए वरन धरातल पर ज्यादा काम होना चाहिए.यह जन अभियान बनना चाहिए. उन्होंने निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा जल संरक्षण का अभियान छत्तीसगढ़ में ही नहीं, पूरे देश में नंबर वन बनना चाहिए.
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पूजा के साथ हुआ.संगोष्ठी में बोलते हुए नगर निगम के आयुक्त श्री राजीव पांडेय ने कहा कि भिलाई में भी आम लोगों को पानी की कमी से जूझना पड़ता है.अभी गर्मी के दिनों में यहां कई क्षेत्रों में बोर सूख गए. वहां पानी की कमी को दूर करने के लिए टैंकर से पानी आपूर्ति करने की जरूरत पड़ी.उन्होंने अपने अधिकारियों-कर्मचारियों को क्षेत्र के प्रत्येक तालाबों को बारिश के पानी से भरने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि नदियों का पानी तालाबों में जाना चाहिए और इसके लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर व्यवस्था करने की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि बारिश में तालाबों के भर जाने से हमें,उन्हें बोर से भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी.उन्होंने, अधिकारियों को जहां से भी नलों की टोटीयां, टूट जाने की शिकायत आती है उसकी तत्काल मरम्मत करने को कहा ताकि पानी को व्यर्थ बहने से रोका जा सके.
संगोष्ठी में,नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने भी जल संरक्षण पर अपनी बातें रखी. मंच पर सर्वश्री महापौर नीरज पाल, जल कार्य समिति के पार्सद केशव चौबे,महेश वर्मा, जालंधर सिंह भी उपस्थित थे.