तिरंगा यात्रा पर हर जगह उत्सव जैसा वातावरण, पाटन के पतोरा में निकली ब्लॉक स्तरीय तिरंगा यात्रा, सांसद विजय बघेल ने कहा- हमारे वीर सैनिकों ने...
तिरंगा यात्रा पर हर जगह उत्सव जैसा वातावरण, पाटन के पतोरा में निकली ब्लॉक स्तरीय तिरंगा यात्रा, सांसद विजय बघेल ने कहा- हमारे वीर सैनिकों ने अपने दम खम,अदम्या साहस और सटीक निशाने से पूरी दुनिया को चौंका दिया,बस हमें, हमेशा उनका हौसला बढ़ाने का काम करना है, पूर्व सैनिकों का सम्मान भी
असल बात news.
दूसरे स्थानों की तरह यहां दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड में भी ब्लॉक स्तरीय तिरंगा यात्रा निकली. इस दौरान गली-गली में लोगों में, अपने वीर सैनिकों के प्रति सम्मान,देश प्रेम का जज्बा, और उत्साह देखते ही बनता था.तिरंगा यात्रा पर हर जगह एक उत्सव जैसा वातावरण नजर आ रहा था पाटन के पतोरा में निकली ब्लॉक स्तरीय तिरंगा यात्रा में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल विशेष रूप से शामिल हुए. यहां आम जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने अपने दम खम,अदम्य साहस और सटीक निशाने से पूरी दुनिया को चौंका दिया है,आज दुनिया के कई विकसित माने जाने वाले देश भी नत मस्तक हो गए हैं. उन्होंने ग्रामीणों से देश के वीर सैनिकों का हौसला बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि हमारे सैन्य विशेषज्ञ ने भी कहा है कि हमारी सेवा को पहले इतनी छूट मिली हुई होती तो पाकिस्तान के आतंकवाद को अब तक मिट्टी में मिला दिया गया होता.बस हमें अपने वीर सैनिकों का हमेशा हौसला बढ़ाये रखने के लिए काम करने की जरूरत है. इस अवसर पर सेना में अपनी सेवाएं देने वाले, गांव के ऊर्जावान वीर सैनिकों तथा उनके परिजनों का सम्मान भी किया गया.
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद देश के वीर सैनिकों ने आतंकवादियों को करारा जवाब दिया है. पाकिस्तान में उनके अड्डे, सटीक निशानों से तहस-नहस कर दिए गए हैं. इसके बाद पूरे देश भर में खुशी उत्साह का वातावरण है. सब अपने वीर सैनिकों के सम्मान में खड़े नजर आ रहे हैं. वीर सैनिकों के सम्मान में आज प्रदेश भर में भी जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकाली गई. पाटन विकासखंड में निकली ब्लॉक स्तरीय तिरंगा यात्रा मैं शामिल ग्रामीणों को उत्साह, जोस और देश प्रेम का जज्बा देखते ही बन रहा था. तिरंगा यात्रा के दौरान पूरा वातावरण भारत माता की जय, छत्तीसगढ़ महतारी की जय, वंदे मातरम- वंदे मातरम, भारत देश जिंदाबाद,आतंकवादी मुर्दाबाद के जैसे नारों से गूंजायमान हो रहा था. ग्रामीण योजना अपने अपने हाथों में, हम सैनिकों के साथ हैं, आतंकवाद मुर्दाबाद,भारत माता की जय के जैसे स्लोगन वाली तख्तीयां लेकर हाथ में चल रहे थे. तिरंगा यात्रा जिस गली से भी गुजरी,ग्रामीणों ने उसका उत्साह के साथ स्वागत भी किया. विभिन्न गली- मोहल्लों में भ्रमण के बाद तिरंगा यात्रा,वहीं वीर सैनिक सम्मान सभा में परिवर्तित हो गई. डीजे में बज रहा देशभक्ति गीत लोगों का गुस्सा और बढ़ा रहा था.ह सभा शुरू होते होते शाम गहरा गई थी लेकिन इस समय भी यहां हजारों की संख्या में लोग, उपस्थित थे जिसमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल थी. पूर्व वीर सैनिकों का सम्मान होते देख ग्रामीणजन भावुक हो उठे और बहुत से ग्रामीणों की आंखें छल- छला आई..अस्वस्थ होने के बावजूद सांसद विजय बघेल पूरे यात्रा में अपने हाथ में तिरंगा लेकर चलते रहे. बाद में उन्होंने कहा भी कि तिरंगा यात्रा में शामिल होकर उनकी सारी पीड़ा दूर हो गई है.
सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि पहलगाम में दुर्दन्त आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्याएं की थी उसके बाद हमारे देश के वीर सैनिकों ने पाकिस्तान, जो आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा था बढ़ावा दे रहा था, अपने यहां पाल कर रखा है उसकेआतंकवादी अड्डों को ध्वस्त कर दिया है.आतंकवादियों को धूल चटा दी है.पूरे देश भर के लिए यह अत्यंत.खुशी का अवसर है. हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पहलगाम कांड के बाद संकल्प किया था कि आतंकवादियों से चुन चुन कर बदला लिया जाएगा. और उन्होंने यह कर दिखाया है. देश के वीर सैनिकों ने पाकिस्तान में उन स्थानों तक पर भी सटीक हमला किया है जहां वे लोग सोच भी नहीं सकते थे. यहां आम लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. इतना सटीक निशाना रहा है जिसकी हम लोग भी कल्पना नहीं कर सकते थे यह हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस, उत्कृष्ट तकनीक का परिणाम है. उनके शौर्य शक्ति और उत्कृष्ट गुणवत्ता का परिचायक है. सांसद विजय बघेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया अचंभित है कि भारत ने वह कर दिखाया है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था.
इस अवसर पर लोगों की सुरक्षा में अपनी सेवा देने वाले टीकाराम देवांगन, पूर्व सैनिक रूपेंद्र साहू हितेश साहू युवराज साहू प्रदीप साहू श्रीमती रुक्मणी देवांगन श्रीमती मेवा बाई इत्यादि का सम्मान किया गया. पूर्व सैनिक प्रदीप साहू का सम्मान उनके पिता तुलसीराम साहू ने ग्रहण किया.