झारखंड के गिरिडीह जिले के बरतल्ला गांव में धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। 500 की आबादी वाले इस गांव में पिछले 10 साल के अंदर 40 लोग...
झारखंड के गिरिडीह जिले के बरतल्ला गांव में धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। 500 की आबादी वाले इस गांव में पिछले 10 साल के अंदर 40 लोगो ने हिन्दू धर्म का त्याग कर ईसाई धर्म अपना लिया। गांव के लोगो ने 10 साल पहले एक शख्स जिसने हिंदू धर्म को छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपनाया था उसके कहने पर धर्मान्तरण किया है। अब इस बात को लेकर बरतल्ला गांव पूरे जिले में सुर्खियों में है। बताया गया है कि यहां पर लोग हिंदू धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म इसलिए अपना रहे हैं क्योंकि उन्हें मानसिक और शारीरिक लाभ मिल रहा है।
ससुराल वालों का भी धर्म परिवर्तन करवाया
बता दें कि, गिरिडीह के बरतल्ला गांव में सबसे पहले किशोरी भूला ने 2018 में हिंदू धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपनाया था। उसके बाद किशोरी भूला ने अपने ससुराल के कई सदस्यों को क्रिश्चियन धर्म से जोड़ा। देखते ही देखते यह कारवां लगातार बढ़ते जा रहा है। इस बात का जिक्र कर दें कि बरतला गांव दलित और आदिवासी बहुल गांव है। इस गांव से लगातार धर्म परिवर्तन के मामले सामने आ रहे हैं।
‘प्रेयर से ठीक हुई बीमारी’
उसका कहना है, “जब तक हम हिंदू धर्म में थे, तब तक कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जब से क्रिश्चियन धर्म में शामिल हुए, तब से लगातार फायदा हो रहा है। धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने वालों का कहना है कि ईसा मसीह का प्रेयर करने के बाद लोगों की बीमारियां ठीक हो रही है, जिससे प्रेरित होकर लोग धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। सबसे पहले यहां एक आदमी ने धर्म परिवर्तन किया था, जिसके बाद एक-दूसरे से प्रभावित होकर लोग हिंदू धर्म छोड़ते गए और क्रिश्चियन धर्म अपनाते गए। गांव में लगभग 40 लोग धर्म परिवर्तन कर चुके हैं
पादरी देते हैं धार्मिक ज्ञान- किशोरी भूला
किशोरी भूला ने आगे बताया, “हिंदू धर्म त्यागते हुए लगभग एक दशक हो गया है। अब मैं रिश्तेदारों को भी क्रिश्चियन धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। यहां पर हर रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है, जिसमें क्रिश्चियन समुदाय के पादरी आते हैं। लोगों को धार्मिक ज्ञान देते हैं।”