समाज के लिये प्रस्तुत किया प्रेरणास्पद उदाहरण भिलाई . असल बात news. अक्षय तृतीया जिसे हिन्दू संस्कृति में समृद्धि एवं दान का पर्व माना ज...
समाज के लिये प्रस्तुत किया प्रेरणास्पद उदाहरण
भिलाई .
असल बात news.
अक्षय तृतीया जिसे हिन्दू संस्कृति में समृद्धि एवं दान का पर्व माना जाता है इस पावन अवसर पर स्वरुपानंद महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा संचालित कल्पतरु सेवा समिति ने सामाजिक सहभागिता निभाते हुये आर्थिक रुप से पिछडे विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुये उनकी महाविद्यालय शुल्क दी व संदेश दिया शिक्षा के लिये किया गया सहयोग अक्षत होता है। विद्या दान से बड़ा कोई दान नहीं है।
इस भावना से प्रेरित होकर समिति द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों को आर्थिक मदद की गयी जिससे वह अपने ज्ञान की रोशनी से समाज को प्रकाशित कर सकें। वहीं समिति द्वारा मधुशीत पेय का वितरण विद्यार्थियों एवं आम जनता को किया गया यह पेय मिश्री, काली मिर्च, जीरा, खसखस, सौंफ, गुलाब, पोसता दाना से तैयार किया गया है जो गर्मी में शीतलता प्रदान करेगा एवं लू से रक्षा करेगा। कल्पतरु सेवा समिति की चेयरपर्सन डॉ. मोनिषा शर्मा ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कल्पतरु ऐसा वृक्ष है जो बिना भेदभाव किये सबको फल देता है इसी भावना के साथ हमारी समिति समाज के उन वर्गो के लिये कार्य कर रही है जो संसाधनों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते है। डॉ. शर्मा ने आने वाले समय में और अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित करने का आश्वासन दिया।
कल्पतरु सेवा समिति की सचिव श्रीमती खुशबू पाठक ने बताया कल्पतरु सेवा समिति महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा संचालित सामाजिक सहभागी इकाई है जिसका उद्देश्य समाज के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक रुप से वंचित लोगों की सहायता करना है तथा पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक जागरुकता संबंधी कार्य करना है।
कल्पतरु सेवा समिति की अध्यक्ष डॉ. हंसा शुक्ला ने बताया कि सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन के प्रति शिक्षकों का नैतिक कर्तव्य है जब हम किसी विद्यार्थी की आर्थिक सहायता करते है तो हम उनके जीवन को नई दिशा देने का कार्य करते है। मधुशीत पेय का वितरण का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को डिब्बा बंद सॉफ्ट ड्रिंक के प्रयोग के दुष्परिणाम से अवगत कराना है।
इस अवसर पर मधुशीत पेय भारतीय प्राचीन आयुर्वेद के अनुरुप डॉ. शमा ए बेग एवं सहयोगियों द्वारा तैयार किया गया जिसमें किसी भी कृत्रिम प्रिज़र्वेटिव का प्रयोग नहीं किया गया है। यह गर्मी से राहत प्रदान करने वाला एवं शक्तिदायक पेय है। शिक्षा शुल्क सहायता हेतु समिति द्वारा सर्वप्रथम महाविद्यालय के उन विद्यार्थियों की पहचान की गई जो प्रतिभावान है किन्तु आर्थिक कठिनाईयों के कारण उच्च शिक्षा के लिये शुल्क देने में सक्षम नहीं है। चयनित विद्यार्थियों में अमरीश कुमार एवं वर्षा साहू बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर से, बीएससी द्वितीय सेमेस्टर के मयंक कुमार शामिल है। इन सभी विद्यार्थियों को समिति द्वारा आर्थिक सहायता के रुप में ट्यूशन फीस दी गई जिससे उन्हें आगे की पढ़ाई में बाधा न आये।
आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं ने सामिति का आभार व्यक्त करते हुए बताया यह सहयोग उनके लिये केवल आर्थिक संबल नहीं अपितु आश्वासन है मैं अपनी पढ़ाई पुरी कर अपना कैरियर बना सकते है।