अहिवारा,दुर्ग. असल बात news. पंचायत चुनाव का प्रचार अब चरम पर पहुंच रहा है. दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल,प्रयागराज महाकुंभ में ...
अहिवारा,दुर्ग.
असल बात news.
पंचायत चुनाव का प्रचार अब चरम पर पहुंच रहा है. दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल,प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान करने के बाद वापस लौट आए हैं और यहां पंचायत चुनाव के प्रचार का मोर्चा फिर से संभाल लिया है.उन्होंने आज एक दिन में पांच जगह तूफानी सफाए ली. यहां मतदाताओं को आव्हान करते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव अपने गांव घर और दुवारी का चुनाव है इसमें वोट इधर-उधर नहीं जाना चाहिए. हमें प्रयास करना है कि विकास के प्रत्येक छोटे-बड़े काम, गांव के कोने-कोने तक पहुंचे.अभी केंद्र में भाजपा की सरकार है प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है उससे सब जगह विकास के काम तेज गति से हो रहे हैं. और गांव-गांव तक विकास की यह कड़ी जुड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि,हमें इस बार अपने गांव के विकास के लिए मतदान करना है.
सांसद विजय बघेल,अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के कचांदूर,पाटन विधानसभा क्षेत्र के जमराव, रवेली जैसे ग्रामीण इलाकों में चुनावी संभाए ली. उन्होंने,यहां भाजपा के चुनाव प्रचार में लगे कार्यकर्ताओं में नया प्राण फूंक दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले 5 वर्षों में महिलाओं,मजदूर, किसानों के लिए कई सारी योजना बनाई जिसमें से कई योजनाएं,छत्तीसगढ़ में लागू नहीं हुई. प्रधानमंत्री आवास का आवास यहां नहीं बना.तब यहां कांग्रेस की सरकार थी और उस सरकार ने यहां प्रधानमंत्री आवास बनने नहीं दिया. अब हमें ऐसी गलती नहीं दोहरानी है. हमारे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने संकल्प किया था कि जब तक प्रधानमंत्री आवास का काम नहीं शुरू हो जाएगा, इसके कागज पर हस्ताक्षर नहीं होगा, तब तक वे मुख्यमंत्री निवास में रहने नहीं जाएंगे. और अब अब हर गांव में प्रधानमंत्री आवास बनाने का काम तेज गति से चल रहा है.
उन्होंने कहा कि हम पंचायत चुनाव में जीतेंगे तो गांव- गांव में भी काम करने वाली हमारी व्यवस्था की कड़ी पूरी हो जाएगी और कोई भी क्षेत्र विकास से छूटेगा नहीं. हमें जिला पंचायत और जनपद पंचायत में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को ही जीत दिलानी है.यह पंच,सरपंच,जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य तो हमारे हाथ -पैर हैं गांव-गांव में विकास का काम इन्हीं के माध्यम से पहुंच सकेगा.
कचंदूर में क्षेत्रीय विधायक डोमनलाल कोर्सेवाडा,भी उपस्थित थे.
जमराव गांव में सभा शुरू होते होते रात गहराने लगी थी. यहां बोलते हुए सांसद विजय बघेल ने कहा कि हमें भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को ही इस चुनाव में जिताना है. गांव गांव के विकास के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव है तो अनेक किस्म के प्रत्याशी हमारे पास आते हैं, उनके समर्थक भी आएंगे. हमें उसी प्रत्याशी को जिताना है जोकि क्षेत्र के विकास में सहयोगी बन सके. यहां से श्रीमती नीलम राजेश चंद्राकर जिला पंचायत, शिमला साहू जनपद पंचायत और जागेश्वरी सोनकर सरपंच पद की योग्य प्रत्याशी हैं. जिनको जीत दिलाने से विकास की गति लगातार बढ़ती जाएगी.
उन्होंने यहां भी पिछली कांग्रेस सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए कहा कि वह सरकार, ग्रामीण लोगों का आवास लूटने वाली,गरीबों को आवास के लिए तरसाने वाली सरकार थी.उस सरकार को यहां की जनता ने पिछले विधानसभा चुनाव में करारा जवाब दिया है. अब भाजपा को फिर से जीत दिलाकर यहां विकास को गति देना है. सांसद विजय बघेल ने यहां के श्री महादेव नाग़देव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि गुरुवंडीह जमराव की जनता का उन्हें हमेशा बहुत प्यार मिला है. लोकसभा चुनाव में यहां की जनता का भारी प्यार मिला था जिसके चलते उन्हें पूरे लोकसभा में बड़ी जीत हासिल हुई थी. उन्होंने कहा कि यहां की जनता का भाजपा के प्रति हमेशा विश्वास बना रहेगा और जीत हासिल होगी.
ग्राम रवेली में तो जनसंपर्क और सभा रात लगभग 9:00 बजे से शुरू हो सकी, लेकिन इतनी देर होने के बाद भी यहां ग्रामीणों की भीड़ जुटी थी. जिसमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित थी. यहां बोलते हुए सांसद विजय बघेल ने कहा कि यह तो मेरा गांव है.यहां से मतदाताओं का मुझे लोकसभा चुनाव में बहुत प्यार मिला है.यहां आप लोगों ने मुझे लोकसभा चुनाव में भारी अंतर से जीत दिलाई. उन्होंने कहा कि आज मनरेगा में काम करने वाले ग्रामीणों का भी बैंकों में खाता खुल सका है.यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जनकल्याणकारी सोच के चलते संभव हो सका. पहले तो ऐसा होता था कि जिसे उनके प्रधानमंत्री भी स्वीकार करते थे कि तब दिल्ली से भेजा गया ₹100 का यहां सिर्फ ₹10 पहुंचता था.और पिछले पांच वर्षों में जब उस पार्टी की सरकार थी किसी भी गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना का आवास नहीं बन सका था. वह सरकार थी तब गांव में शांति व्यवस्था खत्म हो रही थी. आपसी सुलह से जो काम हो जाता था उसकी जगह पुलिस आने लगी थी.













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