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पाटन में सबसे ज्यादा मतदान बूथ क्रमांक 12 पर,और सबसे कम तीन नंबर में 73.14% मतदान

पाटन,दुर्ग . असल बात न्यूज़.   नगर पंचायत पाटन के चुनाव में यहां के मतदाताओं ने भारी मतदान किया है. जानकारी के अनुसार यहां के छह बूथो पर मतद...

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पाटन,दुर्ग .

असल बात न्यूज़. 

 नगर पंचायत पाटन के चुनाव में यहां के मतदाताओं ने भारी मतदान किया है. जानकारी के अनुसार यहां के छह बूथो पर मतदाताओं ने 90% से अधिक मतदान किया है.यहां सबसे अधिक मतदान बूथ क्रमांक 12पर 92.90 प्रतिशत मतदान हुआ है. नगर निगम और नगर पालिका में भी इसी समय हुए चुनाव में इतना अधिक मतदान नहीं हो सका है. राजनीतिक पार्टियों और राजनीतिक विश्लेषकों को भी अभी यह समझ में नहीं आ रहा है कि यहां इतना अधिक मतदान क्यों हुआ है और यह किसके पक्ष में जाने वाला है?

पाटन नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के चुनाव में दोनों मुख्य राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के साथ एक निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में रहा है. अब इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव मैदान में रहने से क्या किसी का समीकरण बिगड़ सकता है और क्या किसी को फायदा मिल सकता है. फिलहाल अध्यक्ष पद के निर्दलीय उम्मीदवार के द्वारा भी अपनी जीत के बढ़कर दावे किए जा रहे हैं.

 आंकड़ों को देखे तो यहां इस चुनाव में एक, दो, 12 14 15 इटली बातों पर 90% से अधिक मतदान हुआ है. इसमें बूथ क्रमांक एक पर 92.44 प्रतिशत, बूथ क्रमांक 2 पर 90.22 प्रतिशत,बूथ क्रमांक 5 पर 90.31 प्रतिशत,बूथ क्रमांक 12 पर 92.90 प्रतिशत,बूथ क्रमांक 14 पर 90.38 प्रतिशत,बूथ क्रमांक 15 पर 90.12 प्रतिशत मतदान हुआ है. इसमें से booth क्रमांक एक श्रम बाहुल्य इलाका है. यहां निर्दलीय अध्यक्ष का समर्थित पार्षद प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में था. निर्दलीय अध्यक्ष के समर्थन में  6 वार्डो पर पार्षदों में चुनाव लड़ा और सभी जगह काफी अधिक मतदान होने की खबर है. इधर इसी में सबसे कम मतदान बूथ क्रमांक 3 पर हुआ है जहां सिर्फ 73.14% मतदान हो सका है. उसके साथ छह बूथ ऐसे हैं जहां प्रत्याशी प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है. इनमें बूथ क्रमांक  4,6,7,8  10 और 11 शामिल है.

फिलहाल,, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि इस पर चुनाव परिणाम आने तक अटकले चलती रहेगी कि इतना अधिक मतदान होने का क्या कारण हो सकता है. यहां यह उल्लेखनीय है कि नई सरकार बनने के पहले प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब फाटक क्षेत्र को काफी महत्व मिला है तथा यह दावा किया जाता रहा है कि क्षेत्र में विकास काफी अधिक काम हुए है. अब जब स्थानीय निकाय के चुनाव का परिणाम कब पता चलेगा कि पिछली सरकार पर स्थानीय  लोगों का अब कितना भरोसा रह गया है. वहीं भाजपा करंट बजट, महतारी वंदन योजना इत्यादि मुद्दों के आधार पर जीत के दावे कर रही है. तो देखना है इसका दुर्ग जिले में कितना अधिक असर दिखता है.