प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे के 2 दिन दुनिया की दिग्गज कंपनियों के CEO से मुलाकात की. PM मोदी ने इस बैठक में टेक कंपनियो...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे के 2 दिन दुनिया की दिग्गज कंपनियों के CEO से मुलाकात की. PM मोदी ने इस बैठक में टेक कंपनियों के CEO से टेक्नोलॉजी और इनोवेशन संबंधी विषयों पर चर्चा की. जिसमें कटिंग-एज Technology जैसे कि AI, क्वांटम कम्प्यूटिंग और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में साझेदारी को लेकर बात हुई.
PM मोदी के साथ इस राउंडटेबल बैठक में Google के CEO सुंदर पिचाई, एडोबी के सीईओ शांतनु नारायण, IBM के CEO अरविंद कृष्णा, AMD की CEO लिसा सु, मॉडर्ना के CEO नूबर अफयान, एनवीडिया के CEO जेन्सेन हुआंग, होलटेक इंटरनेशनल के CEO क्रिस सिंह और एक्सेंचर की CEO जूली स्वीट समेत कई टेक क्षेत्र के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
टेक लीडर्स से मुलाकात पर क्या बोले PM मोदी
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में AI, क्वांटम कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और जैव प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनियों के टेक लीडर्स ने भाग लिया. X पर एक पोस्ट में PM मोदी ने कहा, “न्यूयॉर्क में टेक कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक उपयोगी बैठक हुई, जिसमें टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और अन्य पहलुओं पर चर्चा हुई. भारत द्वारा इस क्षेत्र में की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला. भारत के प्रति आशावादी नजरिया देखकर खुशी हुई.”
PM मोदी ने भाग लेने वाली कंपनियों को भारत में सह-विकास, सह-डिजाइन और सह-उत्पादन के अवसरों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें भारत के तेजी से आर्थिक और तकनीकी परिवर्तन की ओर इशारा किया गया.
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मैन्युफैक्चरिंग, सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन, बायोटेक ग्रोथ और ग्रीन डेवलपमेंट में भारत के रणनीतिक प्रयासों पर जोर दिया. पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत को एक ग्लोबल संटर में बदलने के लिए अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को रेखांकित किया और भारत को बायोटेक पावरहाउस बनाने के उद्देश्य का उल्लेख किया.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी सहित अत्याधुनिक क्षेत्रों को तवज्जों दी गई. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “CEO ने वैश्विक स्तर पर विकसित हो रहे प्रौद्योगिकी परिदृश्य और कैसे ये अत्याधुनिक तकनीकें भारत सहित दुनिया भर के लोगों की भलाई में योगदान दे रही हैं, इस पर PM मोदी के साथ गहन चर्चा की. उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि कैसे टेक्नोलॉजी का उपयोग इनोवेशन के लिए किया जा रहा है, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था और मानव विकास में क्रांति लाने की क्षमता है.”
PM मोदी का AI पर खास जोर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर, प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत की नीति ‘सभी के लिए AI’ को बढ़ावा देना है, जो इसके नैतिक और जिम्मेदार उपयोग पर आधारित है. व्यापार जगत के नेताओं को भारत के विकास पथ का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया, और देश की वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता की ओर इशारा किया.
भारत के उभरते स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश के अवसरों पर भी बैठक में चर्चा की गई, जहां Technology इनोवेशन में तेज़ी आ रही है. स्टार्टअप को अमेरिकी कंपनियों के लिए भारतीय बाज़ार में प्रवेश करने और नई Technology और समाधान बनाने में योगदान देने के लिए एक महत्वपूर्ण पुल के रूप में देखा गया. सत्र की अध्यक्षता करने वाले MIT के प्रोफेसर अनंथा चंद्रकासन ने PM मोदी और भाग लेने वाले CEO को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया. वैश्विक भलाई के लिए उन्होंने Technology का उपयोग करने और महत्वपूर्ण सेक्टर में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए MIT की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
Google के CEO सुंदर पिचाई ने क्या कहा: PM मोदी से मुलाकात के बाद सुंदर पिचाई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमें भारत में निर्माण और भारत में डिजाइन जारी रखने के लिए प्रेरित किया है. PM मोदी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अंततः AI भारत के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए मौजूद हो. वे हमें AI के मामले में और अधिक करने की चुनौती दे रहे हैं ताकि यह भारत के लोगों को लाभ पहुंचाए.