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स्वरूपानंद महाविद्यालय में “महाभारत” पर आधारित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम से हिन्दी सप्ताह का शुभारंभ

  भिलाई. असल बात news.   स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई के हिन्दी विभाग एवं फैरो स्कैप निगम लिमिटेड निगमन कार्यालय ...

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भिलाई.

असल बात news.  

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई के हिन्दी विभाग एवं फैरो स्कैप निगम लिमिटेड निगमन कार्यालय भिलाई छ.ग. के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हिन्दी सप्ताह का उद्द्याटन समारोह “महाभारत” विषय पर आयोजित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम से हुआ। सप्ताहभर विद्यार्थियों के रचानात्मक एवं कलात्मक प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से निबंध चित्रकला, कोलॉज, नारा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिन्दी ने बताया महाभारत से संबंधित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम से हिन्दी सप्ताह का शुभारंभ किया गया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने समूह में भाग लिया इससे विद्यार्थियों को साथ मिलकर काम करने व विचार विमर्श करने का मौका मिलता है। विद्यार्थियों में टीम भावना विकसित होती है। प्रश्नमंच में महाभारत विषय दिया गया जिससे विद्यार्थी अपने वांडमय साहित्य से परिचित हो व उनमें निहित जीवन मूल्यों को जान पाये साथ ही पूरे सप्ताहभर के कार्यक्रमों में विविधता रखी गयी है जिससे रचनात्मक, कल्पनाशीलता, बौद्धिक क्षमता से संपन्न सभी को भाग लेने का अवसर प्राप्त हो।

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने कार्यक्रम आयोजन के लिये हिन्दी विभाग की सराहना करते हुये प्रतिभागियों को शुभकामनाये दी। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय ज्ञान परंपरा एवं समृद्ध इतिहास से परिचित होंगे। महाभारत हमें सीख देता है अत्याधिक महत्वकांक्षा विनाश का कारण है। दुर्योधन की महत्वकांक्षा, धृतराष्ट्र का पुत्र मोह, जुएँ जैसे खेल के दुष्परिणाम को हम महाभारत से सीख सकते है।

अंर्तविभागीय कार्यक्रम में सर्वप्रथम विद्यार्थियों की तीन-तीन की टीम बनाई गई जिसमें बाईस टीम ने भाग लिया। विद्यार्थियों को विचार विमर्श के बाद जवाब देना था। “द्रोपदी को पंचाली क्यो कहा जाता है? कुरूक्षेत्र युद्ध के दौरान अर्जुन का सारथी कौन था? कुरूक्षेत्र का युद्ध कितने दिन चला? किस पात्र ने पासे के खेल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण पांडवों को वनवास हुआ? सबसे छोटा पांडव कौन था? उस युग का क्या नाम था जिसमें महाभारत का युद्ध हुआ? आदि प्रश्नों के जवाब अधिकांश विद्यार्थियों ने सही दिये वही भागवत गीता में कितने अध्याय है? यदि मैं रणभूमि से कृष्ण से अस्त्र न उठवा लूँ तो अपने पिता का पुत्र नहीं यह प्रण किसने किया था? घटोत्कच के पुत्र का नाम क्या था? इंद्रप्रस्थ के निर्माण के पश्चात् युद्धिष्ठिर ने जो यज्ञ किया उसका क्या नाम था? उस जंगल का क्या नाम है? जहाँ पांडवो ने अपना वनवास का अंतिम दिन बिताया था? आदि प्रश्नों में विद्यार्थी उलझते नजर आये। विजयी प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है- प्रथम स्थान रेनुका साहू, चाँदनी साहू, चंद्रकिरण साहू एमएससी रसायनशास्त्र समूह ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान लक्ष्मी राजपूत, फूलप्रीत कौर पूजा बीएससी तृतीय वर्ष समूह ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान प्रियांशु दुबे, आदित्य पांडे, चाहत परिहार, बीकॉम प्रथम वर्ष समूह ने प्राप्त किया। चतुर्थ स्थान मेघा ठाकुर, अनुकृति पारकर, मनीषा सिन्हा बीए प्रथम वर्ष समूह ने प्राप्त किया।

कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग स.प्रा. एन बबीता विभागाध्यक्ष भौतिक शास्त्र ने दिया कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित, स.प्रा. कामिनी वर्मा, स.प्रा. मधु पटवा, स.प्रा. लीना रावटे गणित ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकाय के विद्यार्थी व प्राध्यापक उपस्थित हुए कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी ने दिया।