Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


भोरमदेव मंदिर के लिए सोमवार 22 जुलाई को सुबह 7 बजे बुढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा होगी प्रारंभ, भोरमदेव पदयात्रा सावन के प्रथम सोमवार 22 जुलाई को

 कवर्धा श्रद्धालुओं द्वारा पदयात्रा कर भगवान शिव में जलाभिषेक करने की ऐतिहासिक भव्य भोरमदेव पदयात्रा की तैयारी पूरी पदयात्रा मार्ग में श्रद्...

Also Read

 कवर्धा


श्रद्धालुओं द्वारा पदयात्रा कर भगवान शिव में जलाभिषेक करने की ऐतिहासिक भव्य भोरमदेव पदयात्रा की तैयारी पूरी

पदयात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्थानों पर शीतल पेयजल और नास्ता की रखी गई व्यवस्था

पूरे सावन माह भर भोरमदेव मंदिर परिसर के आस-पास कंवरियों के ठहरने के लिए किया गया भवन की सुविधा

पदयात्रा के साथ-साथ चलेगी एम्बूलेंस, चिकित्सा सहित उपचार की होगी पूरी व्यवस्था

श्रद्धालुओं को गर्भगृह से एलईडी के माध्यम से भगवान शिव के लाईव दर्शन होंगे

कवर्धा,  ऐतिहासिक, पुरात्तव, धार्मिक, जनआस्था का प्रतीक भोरमदेव मंदिर में कंवरियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा पदयात्रा कर भगवान शिव में जलाभिषेक करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। कबीरधाम जिले में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष सावन मास के प्रथम सोमवार 22 जुलाई को भोरमदेव पदयात्रा की तैयारी पूरी कर ली गई है।  इस पदयात्रा के प्रदेश के उपमुख्य एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा भी शामिल हो सकते है। इसके आलवा कबीरधाम जिले के कलेक्टर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके वर्तमान में राज्य शासन के वरिष्ठ आईएएस अफसरों को भी जिला प्रशासन द्वारा इस पद यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। 

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज कवर्धा के प्रचीन बूढा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक होने वाले पदयात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ, मुख्य चिकित्सा एवं अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, पुलिस और जनपद पंचायतों के सीईओ को स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है। 



छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर के लिए सोमवार 22 जुलाई को सुबह 7 बजे  बुढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा प्रारंभ होगी। सदियों से चली आ रही यह पदयात्रा प्रशासनिक तौर पर आमजनों के सहयोग से कवर्धा के बुढ़ामहादेव मंदिर से 2008 से अनवरत जारी है। श्रद्धालुओं एवं पदयात्रियों के जन स्वास्थ्य सुविधा एवं विश्राम के लिए अन्य व्यवस्था भी जिला प्रशासन द्वारा की गई है। 

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मंशानुरूप कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा इस पदयात्रा और पदयात्रा में शामिल होने वाले भक्तों के लिए स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएं की तैयारियां पूरी कर ली गई है। साथ ही जिले से बाहर से आने वाले पदयात्रियों के लिए रोड़ मैप भी तैयार किया गया है। सम्पूर्ण पदयात्रा के लिए डीजे साउंड बाक्स तथा स्वास्थ्य विभाग का चलित एम्बुलेंस रहेगा। श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था किया गया है। वन विभाग द्वारा पौधरोपण कराया जाएगा। भोरमदेव मंदिर परिसर के आस-पास कंवरियों के ठहरने के लिए भवन की सुविधा किया गया है। 



पदयात्रा मार्ग में प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्थानों पर शीतल पेयजल और नास्ता की व्यवस्था रखी गई है


1. सकरी नदी विद्युत केन्द्र के पास 2. ग्राम समनापुर 3. ग्राम बरपेलाटोला 4. ग्राम रेंगाखारखुर्द 5. ग्राम कोडार 6. ग्राम राजानवागांव 7.  ग्राम बाघुटोला 8. ग्राम छपरी(गौशाला) 9. भोरमदेव मंदिर परिसर में व्यवस्था की गई है।


भगवान शिव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए की गई विशेष व्यवस्था


श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गर्भगृह से भगवान के लाईव दर्शन के लिए एलईडी की व्यवस्था की गई है। जिस प्रवेश द्वार पर महिला एवं पुरूष का स्थान रखा गया है। उस द्वार का उपयोग कर भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए किया जाएगा।


प्रति सोमवार निःशुल्क भंडारा और प्रसादी का होगा वितरण 


हर साल की तरह इस बार भी सावन माह के प्रत्येक सोमवार को भोरमदेव मंदिर में कांवरियों और श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भंडारा और प्रसादी वितरण किया जाएगा। ज्वाइन हैंड्स ग्रुप की ओर से यह निःशुल्क भंडारा लगाया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं को भरपेट निःशुल्क भोजन मिलेगा साथ ही व्रतधारियों के लिए फलाहार की व्यवस्था भी रहेगी