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स्वरूपानंद महाविद्यालय के विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण के साथ ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम का व्यवहारिक ज्ञान

  भिलाई. असल बात न्यूज़.   शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये महत्वपूर्ण है ये भ्रमण विद्यार्थियों को अपने व दूसरे के अन...

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भिलाई.

असल बात न्यूज़.  

शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये महत्वपूर्ण है ये भ्रमण विद्यार्थियों को अपने व दूसरे के अनुभव से सीखने का अवसर मिलता है क्योंकि विद्यार्थी जब किसी स्थान पर जाते है तो प्रत्यक्ष देखकर व अनुभव कर सीखते है इसलिये स्वरूपानंद महाविद्यालय के प्रत्येक विभाग द्वारा शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया जाता है इसी तारम्य में बायोटेक्नॉलाजी, रसायनशास्त्र व गणित विभाग के संयुक्त तत्वाधान में शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन राजनांदगांव जिले के ग्राम संडी व चवेली में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बॉयोटेक्नॉलाजी ने बताया शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है इससे छात्र कक्षा के निश्चित पाठ्यक्रम से बाहर निकल कर स्वयं देखकर व अनुभव कर सीखते है वे ग्रामीण परिवेश वहाँ संचालित उद्योग में आनेवाली परेशानियों के साथ ही साथ ग्राम संडी व चवेली में दुग्ध प्रोसेसिंग व मसालों के उत्पादन व वितरण चेनल की जानकारी प्राप्त कर पायेंगे जो भविष्य में स्वयं के स्टार्ट अप प्रारंभ करने में उपयोगी साबित होगें। 

सर्वप्रथम विद्यार्थियों को राजनांदगांव जिले में स्थित संडी गांव ले जाया गया जहां विद्यार्थियों ने मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट को देखा जहाँ गाँव के लोग अपने दूध लेकर आते है वहाँ उनके दूध की गुणवत्ता व शुद्धता की जांच की जाती है, महिला दुग्ध-सहकारी समिति संडी की अध्यक्ष लता वर्मा ने बताया सहकारी समिती द्वारा खोवा, पनीर भी बनाया जाता है। मूल उद्देश्य दूध को प्रोसेस करना है जिससे दूध वितरण के समय खराब न हो। 

ग्राम चवेली में विद्यार्थियों ने माँ बम्लेश्वरी सेवा समिती द्वारा संचालित मछली पालन, व मसाला उद्योग की जानकारी प्राप्त की। यहाँ मछली पालन आर्गेनिक तरीके से किया जाता है जहाँ छोटे-छोटे तीन तालाब बनाये गये है। जिसमें मछली का पालन किया जाता है। वहाँ मसाला उद्योग भी है जो आसपास के महिलाओं को रोजगार प्रदान करता है महिलाये वहाँ ऑर्गेनिक तरीके से उत्पादित शुद्ध मसाले तैयार करती है जो उनकी आय का जरिया है। 


पद्मश्री श्रीमती फूल बासन ने बताया गृह उद्योग का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण असहाय, विधवा, परित्यक्ता महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है जिससे वे सम्मान से अपना जीविकोपार्जन कर सकें उन्होंने बताया कौन बनेगा करोड़पति से प्राप्त राशि का उपयोग असहाय महिलाओं के लिये  आश्रम बनाने के लिए कर रही है यहाँ औषधीय तेल व दवाईयाँ भी बनाई जाती है। 

वहाँ विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ के स्वाद से भरपूर भोजन कराया गया। विद्यार्थियों ने ग्रामीण महिलाओं के संघर्ष व उनके जिजिविषा को देखा साथ ही शुद्धता के साथ मसाले व दवाईयाँ कैसी बनाई जाती है वह भी देखा जो उन्हें समाज से जोड़ता है उनकी समस्याओं को समाज हल करने के लिये प्रेरित करता है। 

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा, प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने शैक्षणिक भ्रमण के लिये विद्यार्थियों को शुभकामनायें दी व कहा विद्यार्थी अपने दैनिक क्रियाकलापों से मुक्त हो ग्रामीण संस्कृति व वहां संचालित सहकारिता उद्योग से प्रत्यक्ष अवगत होगें जिससे उनमें नई दृष्टिकोण का विकास होगा।

शैक्षणिक भ्रमण को सफल बनाने में डॉ. रजनी मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायनशास़्त्र, स.प्रा. संजना सोलोमन स.प्रा. अपूर्वा शर्मा बायोटेक्नोलॉजी, स.प्रा. मोनिका मेश्राम स.प्रा. सीमा राठौर स.प्रा. स्वाति साहू रसायनशास्त्र, स.प्रा. कामिनी वर्मा स.प्रा. मधुपटवा गणित विभाग ने विशेष योगदान दिया।