Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


महापौर ढेबर जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते, तो पद पर बने रहने का अधिकार नहीं : उपमुख्यमंत्री अरुण साव

  उप मुख्यमंत्री साव की अधिकारियों को खरी - खरी,1 भी गड़बड़ी मिली तो होगी कड़ी कार्रवाई, राहुल गांधी पर डिप्टी सीएम साव ने कसा तंज, कहा- कां...

Also Read

 


उप मुख्यमंत्री साव की अधिकारियों को खरी - खरी,1 भी गड़बड़ी मिली तो होगी कड़ी कार्रवाई, राहुल गांधी पर डिप्टी सीएम साव ने कसा तंज, कहा- कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बनाने की स्थिति में नहीं, प्रधानमंत्री बनने के सपने देखना बंद करे

कांग्रेस में ना दूल्हा है, ना बाराती है! बाराती बारात छोड़-छोड़कर भाग रहे हैं- उप मुख्यमंत्री साव



रायपुर। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बुधवार को रायपुर महापौर एजाज ढेबर के बयान पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, रायपुर के निर्वाचित महापौर ने पांच साल तक जनता के साथ अन्याय किया है, जो बयान उनका निगम के कार्यों को लेकर आया है इससे स्पष्ट है वो 4.5 वर्ष से इसी नकारात्मकता से काम करते थे हैं, और इसीलिए राजधानी की जनता ठगा महसूस करती रही है। इस प्रकार से एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि का बयान अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। वो जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं तो उन्हें उस पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। बता दें कि महापौर ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी जी भी आएंगे तो नगर निगम रायपुर की समस्या का समाधान नहीं कर पाएंगे। वहीं पीडब्ल्यूडी के दो ईई के वेतन रोकने की कार्यवाही पर डिप्टी सीएम ने कहा कि, जहां पर भी गड़बड़ी मिलेगी, कड़ी कार्यवाही की जाएगी। प्रशासनिक व्यवस्था और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना सभी को आवश्यक है। गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री  अरुण साव रायपुर निवास में पत्रकारों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उनसे कांग्रेस द्वारा तीन सीटों पर उपचुनाव के दावे पर सवाल किया गया। इसके जवाब में श्री साव ने कहा कि, कांग्रेस इस बार शून्य में आउट होने वाली है। 11 की 11 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतने वाली है। 
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायबरेली में लोगों से कह रहे है कि आप प्रधानमंत्री के लिए वोट कीजिए। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, कांग्रेस में ना दूल्हा है ना बाराती है। बाराती छोड़कर भाग गए हैं। कांग्रेस के प्रत्याशी अपना नाम वापस ले रहे हैं। किसी राजनीतिक दल की इससे दुर्गति और क्या हो सकती है। ये पार्टी समाप्ति की ओर बढ़ रही है। कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बनाने की स्थित में नहीं है, प्रधानमंत्री बनाना तो दूर की बात है।