भिलाई. असल बात न्यूज़. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में मिलेट्स कैफ़े शुक्रवार के तहत वाणिज्य विभाग ने इस बार खूब रंग जमाया...
भिलाई.
असल बात न्यूज़.
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में मिलेट्स कैफ़े शुक्रवार के तहत वाणिज्य विभाग ने इस बार खूब रंग जमाया व विद्यार्थियों द्वारा स्वादिष्ट व पौष्टिक व्यंजन तैयार किया गया। विद्यार्थियो ने एकता प्रदर्शित करते हुए पौष्टिक व्यंजन के स्टॉल लगाए और अपने पाक कला कौशल का परिचय देते हुए अपनी सफल उद्यमिता बनने की शुरुआत भी की।
डॉ. शर्मिला सामल, विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने बताया कि मिलेट्स को रोजमर्रा के खान पान उपयोग में लाकर स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है जिन्हे हम "सुपर ग्रेंस" के रूप में जानते है। आजकल स्वास्थ्य मुख्य मुद्दा बन चुका है और यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिशा शर्मा ने वाणिज्य विभाग की सराहना की व बताया मिलेट्स स्वास्थयपूर्ण अनाज होता है जिनका सेवन से मनुष्य के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है ऐसे कार्यक्रम का आयोजन से बच्चे तरह-तरह के मिलेट्स के व्यंजनों से अवगत होते है व इससे छात्रों में मिलेट्स के प्रति रुचि बढ़ती है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने बताया कि यह आयरन जिंक तथा कैल्शियम जैसे खनिजों का उपयुक्त स्त्रोत है। मिलेट्स ग्लूटेन मुक्त होता है और इसलिए रोगियों द्वारा इसका सेवन करना बहुत लाभदायक है।
मिलेट्स स्टॉल में व्यंजन कोरले ट्विस्ट, आलू काबली, कोकुम थोकला और सांबा अप्पे, पर्ल चाट, ज्वार पानीपुरी प्रोसो भेल, रागी कप केक बनाया। बच्चों ने मिलेट्स के व्यंजनों को कम मूल्य रखा और साथ ही कोम्बो ऑफर का फायदा भी दिया जिससे बच्चों ने एक से और ज्यादा व्यंजनों का जायका लिया।
निम्नलिखित बच्चों ने स्टॉल लगाया जिसमे नंदिनी कर, योगिता महोबे, बीकॉम प्रथम वर्ष, लाक्षी हेदयु, आयुषी, पायल वर्मा, बीकॉम द्वितीय वर्ष, सेजल चंद्राकर, यशी चंद्राकर, एल. अनन्या, भाग्यश्री मढ़रिया, इरम, नेहा रॉय, शेफाली वर्मा, बीकॉम तृतीय वर्ष। वाणिज्य सगंठन के बच्चो ने बढ़ चढ़ कर सहयोग दिया। कवलजीत सिंह, हिमांशु सेन नवाज खान, कनक साहू, साहिल कठझोरी, चिन्मय विश्वकर्मा, अरनव, झामुलकर, अंश उइके, यामिनी धुर्वे। सभी अतिथियों ने व्यंजन का आनंद लिया और विभाग की सराहना की।
वाणिज्य विभाग के स. प्रा. फिज़ा परवीन, दीपाली किंगरानी और अमरजीत ने कार्यक्रम के पूर्व विद्यार्थियों को लागत निर्धारण तकनीक और विपणन रणनीति बताकर कार्यक्रम में विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के सभी विभागों के प्राध्यापक और छात्र-छात्राओं का सहयोग रहा।