मेडिकल फील्ड में अपना करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के सामने अब पैसा आड़े नहीं आएगा. जी हां सही सुन रहे हैं आप. सरकारी स्कूल में पढ़ रहे ब...
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मेडिकल फील्ड में अपना करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के सामने अब पैसा आड़े नहीं आएगा. जी हां सही सुन रहे हैं आप. सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चे इसका लाभ उठा पाएंगे. जो भी इच्छुक बच्चा मेडिकल कोर्स में एडिमशन लेगा उसकी पूरी फीस सरकार भरेगी. हालांकि, इसके लिए नीट क्लियर करना जरूरी होगा.बता दें कि, Puducherry के मुख्यमंत्री ने कहा है कि, जो छात्र सरकारी संस्थानों में पढ़े हैं और NEET क्लियर कर लिया है, वह इसका लाभ उठा पाएंगे. अगर प्रवेश प्रक्रिया की बात करें तो सरकारी स्कूल के छात्रों को स्नातक चिकित्सा पाठ्क्रमों में 10 प्रतिशत कोटा के आधार पर एंट्री दा जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सरकार कॉलेजों से ये आग्रह करेगी कि वो छात्रों से किसी तरह की ट्यूशन फीस न वसूलें क्योंकि इसका जिम्मा पूर्ण रूप से सरकार ने ही उठाया है.इस महीने केंद्र ने भी ये कोटा लागू करने के लिए पुडुचेरी सरकार के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी थी. इससे पहले साल 2022 में भी पुडुचेरी सरकार ने UG(अंडर ग्रेजुएट) और PG(पोस्ट ग्रेजुएट) मेडिकल कोर्सेज के लिए फीस तय कर दी थी. छात्रों को MBBS करने के लिए मैनेजमेंट कोटा के तहत कुछ मेडिकल कॉलेजों में 16 लाख और NRI कोटा के तहत 20 लाख फीस भरनी थी. इसके अलावा सरकारी कोटे के तहत PIMS (पुडुचेरी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज) में 3.8 लाख रूपए और SVMCH (श्री मानाकुला विनयागर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में MBBS के लिए 3.3 लाख रूपए का भुगतान करना था. 3 प्राइवेट संस्थानों में UG नर्सिंग कोर्स के लिए 42 हजार रूपए फीस फिक्स की गई थी.