Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


भूपेश के बहकावे में ना आये, खड़गे अपनी गरिमा बचाएं- जितेन्द्र वर्मा- भरोसा नहीं है इसीलिए तो जनता का धन फूंककर भरोसे का सम्मेलन कर रही कांग्रेस- जितेन्द्र वर्मा

दुर्ग दुर्ग। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा केंद्र सरकार पर राज्य सरकार के 19 हजार करोड़ की मदद रोकने के आरोप पर दु...

Also Read

दुर्ग



दुर्ग। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा केंद्र सरकार पर राज्य सरकार के 19 हजार करोड़ की मदद रोकने के आरोप पर दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि श्री खड़गे को स्वयं ही अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है इसी कारण चुनावी समय में उप मुख्यमंत्री की नियुक्ति उन्होंने स्वयं की है। मुख्यमंत्री के झांसे में आकर अनर्गल आरोप लगाने के पहले खड़गे को तथ्यों से अवगत होना चाहिए क्योंकि वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वरिष्ठ नेता होने के नाते हम उनका सम्मान करते हैं, इसलिए उन्हें ससम्मान कह रहे हैं कि वे भूपेश बघेल की बातों में आकर अपनी गरिमा न गिरायें और कांग्रेस अध्यक्ष पद की प्रतिष्ठा का अवमूल्यन न होने दें।


जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल पौने 5 साल में इतना झूठ बोल चुके हैं कि प्रदेश की जनता का उन पर भरोसा ना होना स्वाभाविक है। उन पर तो स्वयं कांग्रेस को भी भरोसा नहीं है इसलिए केंद्रीय नेताओं को बुलाकर जनता के पैसे पर भरोसे के सम्मेलन आयोजित करना पड़ रहा है। इसके पहले भी खड़गे जांजगीर के सम्मेलन में देख चुके हैं कि कांग्रेस और भूपेश बघेल की जनता के बीच क्या स्थिति है। भूपेश बघेल का वास्तविक रिपोर्ट कार्ड ये है कि उन्होंने कांग्रेस के राजनेताओं के साथ साथ दुनिया के तमाम झूठे राजनेताओं का कीर्तिमान ध्वस्त कर दिया है।


जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल हर बार बकाया राशि के अलग-अलग आंकड़े पेश करते हैं। भूपेश बघेल के आंकड़े सत्य की कसौटी पर कभी खरे नहीं उतरते। एक तरफ वो कहते हैं कि धान खरीदी में केंद्र सरकार कोई सहयोग नहीं करती तो दूसरी तरफ वह धान खरीदी की राशि में नुकसान के अंतर की रकम मांगने के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखते हैं। भूपेश बघेल दो तरह की बातें करते हैं इसलिए पहले खड़गे को उनसे पूछ लेना चाहिए कि कौन सी बात सही है और कौन सी बात गलत है, उसके बाद ही वो जनता के बीच उन विषयों पर कुछ बोलें ताकि उनकी भद्द न पिटे।