भिलाई। असल बात न्यूज़।। स्वास्थ्य विभाग द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के अंतर्गत अगस्त माह में छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में 67 लाख से अध...
भिलाई।
असल बात न्यूज़।।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के अंतर्गत अगस्त माह में छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में 67 लाख से अधिक लोगों को सामूहिक दवा सेवन का लक्ष्य रखा गया है। क्रीमी एवं फाइलेरिया मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिए स्वरूपानंद महाविद्यालय की एनएसएस इकाई का मिशन मोड पर कार्य शुरू हो गया है।
श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी, ने बताया कि यह एक देशव्यापी अभियान है जिसमें प्रत्येक राज्य सरकार अपने राज्य में क्रीमी तथा फाइलेरिया मुक्त अभियान चला रही है l विश्व के 40 फीसदी रोगी भारत में पाए गये हैं इससे मुक्ति के लिए सरकार द्वारा निशुल्क दवा दी जा रही है l
इसके अंतर्गत एनएसएस स्वयंसेवकों ने जागरूकता रैली निकाली, तथा शहर के आसपास के इलाकों में जाकर लोगों को जागरूक किया l लोगों को जागरूक किया गया कि दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी एवं एल्बेडाजोल की एक-एक गोली,छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो तथा एल्बेडाजोल की एक गोली तथा 15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी। डीईसी की गोली खाली पेट नहीं खाना है एवं एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना है। दो साल के कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें भी दवा नहीं दी जाएगी। इसके अलावा महाविद्यालय स्तर पर भी इस अभियान को चलाया गया जिसमें सभी योग्य विद्यार्थियों को दवा खिलाई गई l स्वयंसेवक अनुकृति मेहता, तथा कौस्तुभ अग्रवाल ने कहा कि फाइलेरिया मुक्त जिला तथा फाइलेरिया मुक्त राज्य अभियान का हिस्सा बनकर हमें गौरव का अनुभव हो रहा है l हम आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और इस मुहिम को सफल करेंगे l
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि फाइलेरिया अर्थात हाथी पांव मच्छर के काटने से हाेने वाला संक्रामक रोग है जिससे पैरों में सूजन आ जाती है। उन्होंने बताया कि घरों के इर्द-गिर्द गंदगी रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है। जिससे कई प्रकार की संक्रामक बिमारी फैलती है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को निशुल्क दवा दी जा रही है।
सी.ओ.ओ डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव संभव है इसके लिए हम अपने घर के आस-पास साफ सफाई रखें तथा सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें l उन्होंने स्वयंसेवकों द्वारा व्यापक स्तर पर इस अभियान को चलाने के लिए प्रेरित किया l
एक पखवारा तक चलने वाला फाइलेरिया मुक्ति अभियान में कार्यक्रम की सफलता के लिए मौके पर उपस्थित रहे महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, गैर शैक्षणिक कर्मचारी तथा विद्यार्थी l इस अभियान को सफल बनाने में श्री एम एम तिवारी, खेल अधिकारी, तथा श्री हितेश सोनवानी, सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी का विशेष योगदान रहा।