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21 और 22 जनवरी को अंतराष्ट्रीय काव्य संध्या का आयोजन मलेशिया में किया

  रायपुर. भारत-मलेशिया के सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता को लेकर 21 और 22 जनवरी को अंतराष्ट्रीय काव्य सं...

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रायपुर. भारत-मलेशिया के सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता को लेकर 21 और 22 जनवरी को अंतराष्ट्रीय काव्य संध्या का आयोजन मलेशिया में किया गया है जिसमें रायपुर की कवित्रियों का सम्मान होने जा रहा है। साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के साथ ही उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, राजस्थान समेत देशभर से 60 से अधिक लोग शामिल होंगे।

मलेशिया के नेताजी सुभाष चंद्र बोस कल्चरल सेंटर हाई कमिशन आफ इंडिया कुआलालंपुर में आयोजित कार्यक्रम में जिनका सम्मान किया जाएगा, उनमें अमलीडीह निवासी अपराजिता शर्मा भी शामिल हैं। अपराजिता ने बताया कि वह 30 वर्ष से कविता पाठ, लेखन के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं। इस दौरान गोवा, नेपाल समेत कई अंतरराष्ट्रीय आयोजन में कविता का पाठ किया। 2020 में आकाशवाणी से सेवानिवृत होने के बाद साहित्यिक क्षेत्र में सक्रिय हैं। मलेशिया में सम्मान पाना उनके लिए गर्व की बात होगी। यह आयोजन भारत और मलेशिया के सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करेगा।

रायपुर निवासी कवयित्री और लेखिका सीमा निगम ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय काव्य संध्या में उनका सम्मान किया जाएगा। 20 वर्ष से अधिक समय से साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं। हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और प्रस्तुति के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई आयोजनों में शामिल होने का मौका मिल चुका है। वहीं प्रदेश की सीमा कौशिक, डाक्टर विजय कुमार शाही भी आयोजन में शामिल होंगे।

रायपुर निवासी कवयित्री और लेखिका शुभ्रा ठाकुर ने बताया कि वह आकाशवाणी और दूरदर्शन से जुड़ी हैं। वर्षों से कविता और साहित्यिक मंच पर प्रस्तुति दे रही हैं। मलेशिया में होने वाले आयोजन में उन्हें सम्मानित करने के लिए चुना गया है। यह गौरवान्वित करने वाला है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर होने जा रहे इस आयोजन से दो देशों के संबंध मजबूत होंगे। हिंदी भाषा का प्रचार होगा। वहीं कविता पाठ से छत्तीसगढ़ी कला संस्कृति को भी बताने का मौका मिलेगा।