नई दिल्ली . ICICI बैंक फ्रॉड केस में सीबीआई ने आज फिर बड़ा एक्शन लिया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणु...
नई दिल्ली. ICICI बैंक फ्रॉड केस में सीबीआई ने आज फिर बड़ा एक्शन लिया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया है। धूत की गिरफ्तारी 3250 करोड़ रुपये के लोन में कथित अनियमितता को लेकर की गई है। वीडियोकॉन ग्रुप को यह लोन साल 2012 में ICICI Bank से मिला था। इससे पहले, CBI ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था।
इस पूरे मसले से जुड़े अधिकारी के अनुसार पिछले 4 साल के दौरान वीडियोकॉन के चेयरमैन धूत से कई बार पूछताछ हुई है। उनकी गिरफ्तारी साक्ष्यों के आधार पर हुई है।
चंदा कोचर और उनके पति की क्यों हुई गिरफ्तारी?
शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को वीडियोकॉन समूह की कंपनियों को बैंक द्वारा स्वीकृत लोन में कथित धोखाधड़ी तथा अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में 26 दिसंबर तक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया था।
क्या है मामला?
बता दें, जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आईसीआईसीआई बैंक ने वेणुगोपाल धूत द्वारा प्रवर्तित वीडियोकॉन समूह की कंपनियों को बैंकिंग विनियमन अधिनियम, आरबीआई के दिशानिर्देशों और बैंक की लोन नियमों का उल्लंघन करते हुए 3,250 करोड़ रुपये की लोन सुविधाएं मंजूर कीं।