रायपुर दुर्ग बिलासपुर। असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता हम लोगों की नजर,कल दिन भर इस ओर लगी रही है कि दुनिया के कई हिस्सों म...
रायपुर दुर्ग बिलासपुर।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता
हम लोगों की नजर,कल दिन भर इस ओर लगी रही है कि दुनिया के कई हिस्सों में जिस भयानक तरह से कोरोना के मरीज हजारों की संख्या में मिलने लगे हैं वैसे ही छत्तीसगढ़ राज्य में तो कहीं कोरोना का कहीं कोई नया संक्रमित तो मिला है ?और कहीं कोई संक्रमित मिला तो हम जानना चाहते थे कि वह संक्रमित कहीं बाहर से तो नहीं आया है तथा वह बाहर से आया है तो कहां से ?हम लोगों ने यह जानने की ओर भी अपना ध्यान लगाए रखा कि यदि कहीं कोई नया संक्रमित मिला है तो वह कैसे संक्रमित हो गया ? किस के संपर्क में आने से संक्रमित हो गया ? हम,इस सबके के बारे में अपने पाठको तक जानकारी पहुंचाने के लिए लगातार नजर रख रहे हैं। और अब कोरोना के आज कितने संक्रमित मिले हैं की संख्या के बारे में शासन की अधिकृत रिपोर्ट भी हमारे पास आ गई है। तो इस समय तक जो जानकारी आई है उसके अनुसार छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में आज फिर दोनों संक्रमित मिले हैं। नए संक्रमित मिले हैं तो इनके जीनोम के जांच की जाएगी और यह पता करने की कोशिश की जाएगी किए कोरोना के किस स्ट्रेन से संक्रमित है। इधर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री स्वास्थ्य मंत्री के साथ उच्च स्तरीय बैठक ली है और कोरोना खत्म नहीं हुआ है को दोहराते हुए इसके खतरों से गंभीरता से निपटने का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री कोविड-19 को लेकर इस तरह की बैठक ले रहे हैं तो इससे समझा जा सकता है कि इसका खतरा किस तेजी से बढ़ने की आशंका है।
छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना के एक्टिव केसेस की संख्या बढ़कर 4 हो गई है। राजधानी रायपुर में ही corona के दो एक्टिव केसेस थे। वहीं दो और नए संक्रमित मिले हैं। अभी यह नहीं पता चल सका है कि यह लोग कहीं बाहर से आए हैं कि यहां के लोकल निवासी हैं। इनके ट्रैवलिंग के बारे में भी पता चला किया जा रहा है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि किसके संपर्क में आने की वजह से ये लोग कोरोना से संक्रमित हो गए। और इन नए संक्रमितो के संपर्क मैं आने वाले लोगों में कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा तो नहीं है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य कुछ दिन पहले कोरोना मुक्त राज्य बन गया था। यहां कोरोना के एक भी कोरोना के एक्टिव केस नहीं रह गए थे ।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में कोविड-19 की स्थिति, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे और रसद की तैयारी, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति और कोविड-19 के नए प्रकारों,उनके उदभव और उनकी सार्वजनिक तौर पर उनके व्यवहार का आकलन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजीत एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है । देश के लिए स्वास्थ्य निहितार्थ यह उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कुछ देशों में COVID19 मामलों में स्पाइक की पृष्ठभूमि में हुई है।
सचिव, स्वास्थ्य और सदस्य, नीति आयोग द्वारा देशों में बढ़ते मामलों सहित वैश्विक कोविड-19 स्थिति के संबंध में एक व्यापक प्रस्तुति दी गई । प्रधान मंत्री को जानकारी दी गई कि 22 दिसंबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 153 तक गिर रहे हैं और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.14% तक कम हो गई है । हालांकि,पिछले 6 सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने कड़ी निगरानी की सलाह दी है। उन्होंने दोहराया कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है और अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चल रहे निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर संपूर्ण कोविड बुनियादी ढांचा उपकरण, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के संदर्भ में तैयारियों को उच्च स्तर पर बनाए रखा जाए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने के लिए कोविड विशिष्ट सुविधाओं का ऑडिट करने की सलाह दी ।
प्रधान मंत्री ने अधिकारियों को परीक्षण और जीनोम अनुक्रमण प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया। राज्यों को दैनिक आधार पर जीनोम अनुक्रमण के लिए निर्दिष्ट INSACOG जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं (IGSLs) के साथ बड़ी संख्या में नमूने साझा करने के लिए कहा गया है। यह देश में प्रसारित होने वाले नए रूपों, यदि कोई हो, का समय पर पता लगाने में सहायता करेगा और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने की सुविधा प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने सभी से कोविड के उचित व्यवहार का हर समय पालन करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए, जिसमें भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी शामिल है । प्रधान मंत्री ने यह भी आग्रह किया कि एहतियाती खुराक को विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
प्रधान मंत्री को सूचित किया गया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल के बिस्तरों के संबंध में पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी।
फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स के विश्व स्तर पर सराहनीय कार्य पर प्रकाश डालते हुए, प्रधान मंत्री ने उनसे उसी निस्वार्थ और समर्पित तरीके से काम करना जारी रखने का आह्वान किया।
बैठक में सर्वश्री केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, डॉ. मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री; नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, डॉ. एस जयशंकर; विदेश मंत्री, श्री अनुराग ठाकुर, सूचना और प्रसारण मंत्री; श्रीमती। भारती प्रवीण पवार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री; श्री पीके मिश्रा, प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव, श्री परमेश्वरन अय्यर, सीईओ, नीति आयोग; डॉ. वीके पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग; श्री. राजीव गौबा, कैबिनेट सचिव; श्री अमित खरे, सलाहकार, पीएमओ; श्री. एके भल्ला, गृह सचिव; श्री. राजेश भूषण, सचिव (एचएफडब्ल्यू); डॉ. राजीव बहल, सचिव (डीएचआर); श्री अरुण बरोका, सचिव, फार्मास्यूटिकल्स (स्वतंत्र प्रभार); अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हिस्सा लिया।