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भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सुश्री लता उसेंडी ने वर्षों से वंचित उपेक्षित समुदायों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने के लिए व्यक्त किया आभार

  रायपुर,कोंडागांव । असल बात न्यूज़।।  भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने    (अनुसूचित जनजातिया...

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 रायपुर,कोंडागांव ।

असल बात न्यूज़।। 

भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने   (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (पांचवां संशोधन) अधिनियम, 2022  विधेयक को लोकसभा में पारित करने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और सरकार के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया है तथा आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में ढेर सारे समुदाय के लोग एक समान होने के बावजूद तकनीकी दिक्कतों के चलते  अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल नहीं किए गए थे। ऐसे लोग ढेर सारे अधिकारों से वंचित हो रहे थे, अब उन्हें इसका फायदा मिल सकेगा। 

पूर्व मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने कहा कि अभी जिन समुदाय के लोगों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किया गया है छत्तीसगढ़ में उनकी बड़ी संख्या है। उन्होंने कहा कि इस संशोधन के लागू हो जाने पर भारियाभूमिया (Bharia Bhumia) के पर्याय के रूप में भूईंया (Bhuinya), भूईयाँ (Bhuiyan), भूयां (Bhuyan) भी जनजाति में शामिल हो जाएंगे। इन समुदाय के लोगों की छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या है। हमारे यहां ये मुख्य तौर पर व्यवसाय- खेती, कृषि श्रमिक या मजदूरी, वनोपज का संग्रह और शिकार का काम करते हैं।अपने देशज देवताओं के अलावा वे पृथ्वी और आत्मा जैसी प्रकृति की भी पूजा करते हैं। नए विधेयक के लागू होने पर भरिया के अंग्रेजी रूपांतर में परिवर्तन किए बिना भारिया के स्थान पर भरिया और पंडो (पंडो), के साथ पण्डो (पण्डो), पन्डो (पन्डो) अनुसूची में शामिल हो जाएंगे। संभवत ये समुदाय ध्वन्यात्मक विभिन्नता के कारण अनुसूची में शामिल होने से उस समय चूक गए थे। वंचित हो गए थे।

पूर्व मंत्री सुश्री उसेंडी ने कहा कि इस संशोधन विधेयक में 12 नए समुदाय के लोगों को जगह मिल मिल गई है और उन सबको शीघ्र ही अनुसूचित जनजातियों के तमाम अधिकार मिलने लगेंगे, जिन अधिकारो से वे लोग वर्षों से वंचित थे और उसे पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।